भोपाल | मध्य प्रदेश में जनजातीय गौरव दिवस को धूमधाम से मनाए जाने की तैयारियां जोरों पर हैं। प्रदेश के हर हिस्से से यहां जनजातीय वर्ग के लोग पहुंचेंगे। उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो इसका खास ख्याल रखा जा रहा है। इस आयोजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करने वाले हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी के जंबूरी मैदान में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने कहा है कि जनजातीय गौरव दिवस आनंद के प्रकटीकरण का अवसर है। अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती अर्थात 15 नवंबर का दिन जनजातीय भाई-बहनों का जीवन बदलने का दिन सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनजातियों के विकास और कल्याण के लिए आरंभ किए जा रहे कार्यक्रमों का शुभारंभ करेंगे।
उन्होने कहा कि यह कार्यक्रम संपूर्ण देश में चर्चा का विषय है। यह सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है। सब भाई-बहनों के सुरक्षित परिवहन उनके रहने और भोजन की व्यवस्था में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। इस आयोजन में आने वाले वाहनों को टोल टैक्स से छूट रहेगी।
विभिन्न जिलों से आने वाले जनजातीय भाई-बहन सुरक्षित आएं और सुरक्षित अपने घर पहुंचें यह हमारी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जो जिले दूरी पर हैं वहां से आने वाली बसों के साथ एंबुलेंस आवश्यक रूप से आए। साथ ही बसों के साथ मैकेनिकों को भी लाया जाए, जिससे रास्ते में कोई व्यवधान न हो।
बैठक में जानकारी दी गई कि सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करने के लिए बसों के फिटनेस का परीक्षण किया जा रहा है। साथ ही ब्रीथ एनालाइजर से रास्ते में ड्राइवरों के परीक्षण की भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
रायसेन, बैतूल, धार, सीहोर, खरगोन, देवास, झाबुआ, होशंगाबाद, सिंगरौली, बड़वानी, अनूपपुर, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, सिंगरौली, अलीराजपुर, खंडवा, छिंदवाड़ा और हरदा जिले के कलेक्टरों से जनजातीय भाई-बहनों के परिवहन, उनके रहने और भोजन की व्यवस्था आदि को कहा गया है।
बैठक में झाबुआ कलेक्टर ने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस को लेकर जिले में बहुत उत्साह है। गांव-गांव में गौरव यात्राएं निकाली जा रही हैं। इसी प्रकार डिंडोरी से पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे ने बताया कि युवा वर्ग कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए विशेष रूप से उत्साहित है।
मंडला कलेक्टर ने बताया कि जिले में 101 आयु वर्ष के दो जोड़े भी कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए उत्साहित हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह कार्यक्रम भोपाल के साथ सभी जनजाति बाहुल्य ग्राम पंचायतों में भी आयोजित किया जा रहा है। जहां टेलीविजन और कास्ट के माध्यम से स्थानीय रहवासियों को कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। स्थानीय स्तर पर भी कार्यक्रम में अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित की जाए।