ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। एक तरफ जहां पानी के लिए दिल्ली में अफरा-तफरी मची हुई है वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में कुड़े की गाड़ी ना आने से आम जनता कुड़ा कहीं फेकने को मजबूर है। मोहन गार्डन बुध बाजार, पशुराम चौक, गुरुद्वारा रोड और मोहन गार्ड के कई इलाकों में कुड़े की गाड़ी ना आने से अफरा तफरी मची हुई है। जिससे आम जनता कहीं भी कुड़ा फेकने के लिए मजबूर है।
आपको बता दे कि आये दिन मोहन गार्डन में आम जनता कहीं भी कूड़ा फेकने के लिए मजबूर नजर आ रही है। देखा जाए तो इसका बोलबाल दिल्ली सरकार का कह सकते है। क्योंकि आप पार्टी ऑफिस के एमएलए, सुरेद्र कौसिक,बलाराज शर्मा से लेकर एमसीडी तक कंपलेन के बाद भी गाड़ियां नहीं आ रही है और आम जनता गाड़ी का इंतजार कर अपने घरों को बंदबू का भंडार बनाने के लिए मजबूर हो जाती है और उसके बाद कही भी फेकने के लिए मजबूर हो जाते है। जिससे आये दिन आस पडोस में लडाई का कारण भी बन जाता है।
आप पार्टी विधायक का सिर्फ स्व्च्छता के नाम पर बोलबाला
देखा जाए तो यह शिकायते विधायक नरेद्र बाल्यान और सुरेंद्र कौशिक कैन्सलर तक बताया जा चुका है उसके बाद भी यह स्वच्छता पर ध्यान नहीं दे रहे। बल्कि यह देखा जा सकता है कि रोड, गाड़ी और स्वच्छता के नाम पर यह बोलते नजर आ रहे है।
गंदगी के ढेरों से आ रहीं दु़र्गंध
बता दे कि मोहन गार्डन में कहीं भी डस्बीन नहीं होने के कारण कस्बेवासी खुले में खाली पड़े प्लोटों में कुड़ा फैंक जाते है। समय पर कुड़ा नहीं उठाने पर सड़क पर उड़ने लगता है। यहां उठ रहीं दुर्गध से आसपास के लोगों का रहना जहां दुशवार हो गया है।
आये दिन कूड़े की गाड़ी खराब बताई जाती है।
पूछताछ पर बताया जाता है कि हर महिने में कम से 25 दिन कूड़े की गाड़ी खराब हो जाती है, जिससे यह नहीं आ पाते है और मोहन गार्डन के निवासी कचरा फेकने के लिए सुविधा नहीं मिल पा रही है। यह पहले 2023 में यही था और 2024 में भी यही बताया जा रहा है।