तेज गति से हो रहा है भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण- केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण

नई दिल्ली । भारतीय रेलवे का तेजी से आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस अभियान के तहत नवंबर 2021 तक 575 जोड़ी ट्रेनों के डिब्बों को एलएचबी डिब्बों से बदल दिया गया है। इसके साथ ही अत्याधुनिक वंदे भारत कोच भी तैयार किए जा रहे हैं। हमसफर, तेजस, अंत्योदय, उत्कृष्ट डबल डेकर वातानुकूलित यात्री (उदय) , महामना, दीन दयालू और विस्टाडोम जैसी उन्नत सुविधाओं वाले कोचों को भी रेलवे में शामिल किया जा रहा है। केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्य सभा को जानकारी देते हुए बताया कि अपने आधुनिकीकरण प्रयास के एक भाग के रूप में, भारतीय रेलवे ने पारंपरिक इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के डिब्बों के साथ चलने वाली ट्रेनों को एलएचबी कोच द्वारा परिवर्तित करने का निर्णय लिया है, जो तकनीकी रूप से बेहतर हैं और बेहतर यात्रा अनुभव और सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसके लिए, भारतीय रेलवे 2018 से केवल एलएचबी कोच का ही उत्पादन कर रहा है। नवंबर, 2021 तक, 575 जोड़ी ट्रेनों को एलएचबी डिब्बों से बदल दिया गया है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री कोचों को लिंके हॉफमैन बुश कोचों में बदलने का काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।

उन्होने बताया कि इसके अलावा, ट्रेन सेट के रूप में तैयार किए जा रहे अत्याधुनिक वंदे भारत कोच भी शामिल किए जा रहे हैं। हमसफर, तेजस, अंत्योदय, उत्कृष्ट डबल डेकर वातानुकूलित यात्री (उदय), महामना, दीन दयालू और विस्टाडोम जैसी उन्नत सुविधाओं वाले विभिन्न कोचों को भी भारतीय रेलवे में शामिल किया जा रहा है।

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