बेंगलुरु, बेंगलुरु और आसपास के इलाकों में शुक्रवार को कुछ सेकेंड के लिए भूकंप जैसे हल्के झटके महसूस किए गए जिससे लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र (केएसएनडीएमसी) के आधिकारिक बयान ने स्पष्ट किया कि सीस्मोग्राफ ने स्थानीय झटके और भूकंप के कोई संकेत नहीं दिखाए हैं।
बेंगलुरु के राजराजेश्वरीनगर, केंगेरी, कग्गलीपुरा, हेमीगेपुरा और यशवंतपुर इलाकों में लोगों ने कुछ सेकंड के लिए हल्के झटके महसूस किए। उन्होंने तेज गड़गड़ाहट और आवाजें भी सुनी।
सुबह 11.50 बजे से दोपहर 12.15 बजे के बीच हल्के झटके की सूचना मिली। इससे कुछ देर पहले पड़ोसी मांड्या और रामनगर जिलों में भी तेज आवाज का अनुभव हुआ। दोपहर 12.30 बजे बेंगलुरु के बाहरी इलाके जिगनी और अनेकल के पास तेज आवाज और हल्के झटके महसूस किए गए।
भूविज्ञानी प्रकाश ने कहा, “हालांकि यह एक छोटी घटना हैं फिर भी हमें अध्ययन करना होगा और इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य की राजधानी में भूकंप और लगातार बारिश के बीच कोई संबंध नहीं है। बेंगलुरू ने पिछली बार 2011 में मध्यम भूकंप का अनुभव किया था। इससे पहले, कई मौकों पर, लड़ाकू जेट उड़ानों की आवाजाही के कारण लोगों ने झटके का अनुभव किया।
हालांकि, केएसएनडीएमसी विज्ञप्ति में कहा गया कि, “किसी भी भूकंपीय हस्ताक्षर के लिए हमारे भूकंपीय वेधशालाओं से डेटा का विश्लेषण किया गया था। सिस्मोग्राफ स्थानीय भूकंप के कोई हस्ताक्षर नहीं दिखाता हैं।