ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र स्थित माधवपुरम में इस बस्ती का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ईसाई समुदाय से जुड़े लोग समुदाय के गीत यहां लोगों को सिखा रहे हैं
मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में 400 लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है। इसका संज्ञान लेते हुए एसएसपी मेरठ राहित साजवान ने तत्काल ही एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी कर दिये थे। देर शाम शुक्रवार को मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह मामला तब खुला जब दीपावली पर पूजा कर रहे कुछ लोगों को पीट दिया गया। इस दौरान हमलावरों ने हिन्दू देवी देतवाओं को पूजने से भी मना किया। फिलहाल ९ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
दरअसल मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के माधवपुरम में एक मलिन बस्ती है, जहां पर करीब 400 लोग रहते हैं। इन लोगों को लॉकडाउन के समय ईसाई समुदाय ने राना वितरित किया था। आरोप है कि इन्हीं 400 लोगों को राशन का लालच देकर ईसाई समुदाय ने धर्म परिवर्तन कर दिया वहीं 2 साल बाद जब इनमें से कुछ लोगों ने दीपावली के मौके पर हिन्दू देवी देवताओं की पूजा की तो वहां पहुंचकर कुछ लोगों ने इनके साथ मारपीट की और हिन्दू देवी देवताओं को पूजने से मना किया।
9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
वहीं जब यह मामला हिन्दू समुदाय तक पहुंचा तो उन्होंने पीड़ितों के साथ एसएसपी रोहित सिंह साजवान से गुहार लगाई और मुकदमा दर्ज कराया, शुक्रवा देर शाम ९ नामजद लोगों के खिलाफ पुलिस ने उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सपरिवर्तन प्रति देश अधिनियम 2021 धारा ३ व ५ (१) में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पूजा कर रहे लोगों से मारपीट
इन 9 लोगोंं पर आरोप है कि पहले तो इन लोगों ने मलिन बस्ती के लोगों को राशन बांटा पैसे दिये और फिर इनको ईसाई समुदाय में जोेड़ लिया। एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि पुलिस जांच में यह बात सामने निकलकर आई है कि मलिन बस्ती के कुछ लोग हिन्दू देवी देवताअें की पूजा करते थे। इसी को लेकर विरोध किया गया और उनके घरों से मूर्ति बाहर करने की बात कही। इस बात को लेकर दीपावली के मौके पर भी जब लोग हिन्दू देवी देवताओं की पूजा कर रहे थे। उस दौरान उनके साथ मारपीट की गई और पूजा करने से रोका गया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र स्थित माधवपुरम में इस बस्ती का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ईसाई समुदाय से जुड़े लोग अपने समुदाय के गीत इन बस्ती के लोगों को सिखा रहे हैं। गवा भी रहे हैं।