सरकारी सहायता से वंचित रहेंगे दुकानदार
अतिक्रमण की आड़ में टूटी उम्मीदें
समस्तीपुर, पूसा। मंगलवार देर रात करीब 2 बजे पूसा थाना क्षेत्र के गंडक नदी पुल के पास हाथी चौक में भीषण आग लग गई। जूता-चप्पल की एक दुकान से उठी आग ने तेजी से फैलते हुए 13 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी भयावह थीं कि दुकानदारों का लाखों का सामान जलकर राख हो गया।
शॉर्ट सर्किट बना कारण:
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस अगलगी का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। घटना का पता तब चला जब एक दुकान में सो रहे व्यक्ति ने शोर मचाया। मौके पर जुटे लोगों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया। दमकल कर्मियों और स्थानीय लोगों के प्रयास से करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
दुकानदारों को नहीं मिलेगा सरकारी मुआवजा:
आगजनी में जूता-चप्पल, कपड़े, फल, श्रृंगार, चाय-नाश्ता समेत कई दुकानों का सामान पूरी तरह जल गया। पीड़ित दुकानदारों में मो. असलम, अमृत सहनी, अंशु कुमारी, मो. नौशाद, गोपाल साह, वीरेंद्र कुमार, खुशबू देवी, अमरजीत कुमार, मो. जकील, संगीता देवी और सोनू शामिल हैं।
पूसा अंचलाधिकारी पल्लवी कुमारी ने बताया कि सरकारी नियमों के अनुसार केवल आवासीय परिसरों में आग लगने की स्थिति में मुआवजा दिया जाता है। चूंकि ये दुकानदार अतिक्रमणकारी माने जाते हैं, इसलिए इन्हें कोई सरकारी सहायता नहीं मिलेगी।