लंबित मामले को देख हैरान हो गए एसडीएम
मोतिहारी। जिले के अरेराज अनुमंडल पदाधिकारी अरुण कुमार ने गुरुवार को अंचल के अभिलेखों की जांच किए। जांच के दौरान राजस्व कर्मियों के द्वारा दाखिल खारिज और परिमार्जन में की जा रही मनमानी के साथ कई तरह कमियां उजागर हुई तो एसडीएम हैरान हो गए। जिसको लेकर एसडीएम कार्रवाई के मूड में दिखे। जांच के बाद एसडीएम ने बताया कि परिमार्जन के लिए कुल सत्रह सौ तिरासी आवेदन पड़े थे। जिसमें चार सौ तीन आवेदन को राजस्व कर्मियों द्वारा बेवजह पेन्डिंग रखने की बाते सामने आई। जब इस बावत सम्बंधित कर्मियों से जानकारी मांगी तो मूकदर्शक बने रहे।ठीक इसी तरह का खेल दाखिल खारिज के लिए पड़े आवेदनों में भी दिखा। जिसके चलते एसडीएम नाराज दिखे। दाखिल खारिज मामले में भी चार सौ सन्तावन आवेदन लंबित हैं। लंबित आवेदनों को लेकर जांच की गई है। जांच के दौरान कई कमियां उजागर हुई है। संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई के लिए जिला को लिखने की बात कहीं। समय सीमा के भीतर दिए गए आवेदनों को अनावश्यक लंबित रखना या जानबूझकर आवेदकों को परेशान करना गंभीर विषय है। विभाग इसको लेकर काफी कड़ा रवैया अपनाने जा रहा है। हर सप्ताह अभिलेखों की जांच होगी, जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर निश्चित रूप से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात हो की परिमार्जन और दाखिल खारिज में जिला का रैंक काफी नीचे आ गया है।इसको लेकर विभाग कड़ा रवैया अपने जा रहा है। एसडीएम के जांच के बाद अंचल के कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। यहां बता दें कि सभी राजस्वकर्मियों के पास दो से तीन अटर्नी (प्राइवेट) काम करते हैं। जिनके द्वारा हरी झंडी दिखाने के बाद ही किसी का दाखिल खारिज या परिमार्जन होता हैं।