आम आदमी पार्टी इन दिनों अपने नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर खासी चर्चा में है। आप के नेता सीबीआई और ईडी की कार्रवाई को साजिश करार दे रहे हैं। तिहाड़ जेल में बंद मनीष सिसोदिया ने एक पत्र लिख कहा है कि केंद्र सरकार इस कार्रवाई से मुझे डरा नहीं सकती है।
वहीं आप नेता राघव चड्डा ने शीनवार (11 मार्च) को प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि जिस शराब नीति को लेकर भाजपा हल्ला कर रही है उसे उप राज्यपाल ने लागू करने की मंजूरी दी थी, उन्हे क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।
मनीष सिसोदिया की चिट्ठी में क्या है?
दिल्ली की पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपनी चिट्ठी का टाइटल ‘शिक्षा, राजनीति और जेल’ लिखा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में काम करते हुए बहुत बार ये सवाल मन में उठता है कि देश और राज्य की सत्ता तक पहुंचे नेताओं ने देश के हरेक बच्चे के लिए शानदार स्कूल और कॉलेज का इंतजाम क्यूं नहीं किया?
“एक बार अगर पूरे देश में, पूरी राजनीति और तन-मन-धन से शिक्षा के काम में जुट गई होती तो आज हमारे देश के हर बच्चे के लिए विकसित देशों की तरह अच्छे से अच्छे स्कूल होते। फिर क्यूं शिक्षा को सफल राजनीति ने हमेशा हाशिए पर रखा? आज जब कुछ दिनों से जेल में हूं तो इन सवालों के जवाब खुद मिल रहे हैं. देख पा रहा हूं कि जब राजनीति में सफलता जेल चलाने से मिल जा रही है तो स्कूल चलाने से राजनीति की जरूरत भला कोई क्यूं महसूस करेगा। मनीष सिसोदिया ने इस पत्र में और भी का बातें लिखी हैं।
राघव चड्डा ने क्या कहा
आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्डा ने इस ही मुद्दे को लेकर एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जिस शराब नीति के तहत भाजपा ने इतना हँगामा किया है और ईडी ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया है उसे लागू करने की मंजूरी दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दी थी। सीबीआई या ईडी उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं कर रही है? राघव चड्डा ने कहा कि भाजपा भारत में एक पार्टी और एक नेता चाहती है और वे हर राजनेता को जेल में डालना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि भारत निरंकुशता में बदल जाए।