पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजधानी के चार दिवसीय दौरे के दौरान बुधवार को शाम 5 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी। मुख्यमंत्री सीमा सुरक्षा बल के क्षेत्रीय क्षेत्र के विस्तार, त्रिपुरा में हालिया राजनीतिक हिंसा और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगी।
बनर्जी ने इससे पहले तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा करने के लिए त्रिपुरा में केंद्र और भाजपा सरकार की आलोचना की थी और कहा था कि वह इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से बात करेंगी।
सोमवार शाम को दिल्ली जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि मैं बीएसएफ द्वारा अधिकार क्षेत्र के विस्तार पर उनसे बात करूंगी। वे सहकारी संघवाद के नाम पर राज्यों पर बुलडोजर चलवा रहे हैं। मैं इस बारे में प्रधानमंत्री से बात करूंगी।
उन्होंने निकाय चुनावों से ठीक पहले त्रिपुरा में हाल ही में हुई हिंसा पर नाराजगी व्यक्त की थी।
उन्होंने पूछा था कि अब मानवाधिकार आयोग कहाँ गया? त्रिपुरा में लोकतंत्र की हत्या को पूरा देश देख चुका है। ऐसे में बीजेपी शासित राज्य में लोगों का दम घुट रहा है। त्रिपुरा में हमारे मामले में मानवाधिकार आयोग और अनुच्छेद 355 के बारे में कोई चर्चा क्यों नहीं हो रही है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि त्रिपुरा सरकार को केंद्रीय गृह मंत्रालय से कितने पत्र भेजे गए हैं। वे हमें नियमित रूप से पत्र भेजते थे। हमारे राज्य में भी चुनाव था। इतने सारे नेता नियमित रूप से वहां आते थे। हमने किसी को नहीं रोका, त्रिपुरा में ऐसा क्यों हो रहा है?
25 नवंबर को दिल्ली गई बनर्जी के गुरुवार को कोलकाता लौटने की संभावना है।