माले: भारत से पंगा लेने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जो के खिलाफ जहां चौतरफा घेरेबंदी तेज हो गई है, वहीं अब उनकी कुर्सी पर भी बड़ा खतरा मंडराने लगा है। मालदीव के एक सांसद ने मुइज्जो को पद से हटाने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी को प्रस्ताव दिया है। वहीं भारत के दोस्त पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह की मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी बयान जारी करके पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी आलोचना की है। इस बीच भारत ने मालदीव के राजदूत को बुलाकर पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां किए जाने पर जमकर झाड़ लगाई है। इस बीच मालदीव के अंदर मुइज्जू सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। मालदीव के राष्ट्रपति इस समय चीन के 5 दिवसीय दौरे पर रवाना हुए हैं।
मालदीव के मेधु हेनवैरु संसदीय सीट से सांसद और द डेमोक्रेट के नेता अली अजीम ने ट्वीट करके कहा, ‘हम द डेमोक्रेट देश की विदेश नीति में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि किसी भी पड़ोसी देश को अलग-थलग नहीं किया जा सके।’ उन्होंने इब्राहिम सोलिह की मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी से कहा कि क्या आप मोहम्मद मुइज्जू को राष्ट्रपति पद से हटाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं। अली अजीम ने यह भी सवाल किया कि क्या मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए तैयार है? अली अजीम की पार्टी द डेमोक्रेट के 13 सांसद हैं।
‘भारत के खिलाफ अभियान चल रहा’
इससे पहले मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी ने भी एक कड़ा बयान जारी करके पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान देने वाले मालदीव के मंत्रियों के खिलाफ सख्य कार्रवाई की मांग की थी। एमडीपी ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों के साथ कूटनीति और आपसी सम्मान हमेशा से ही मालदीव की प्रत्येक सरकार की मुख्य नीति रही है। कोई भी राजनीतिक विचारधारा हो, मालदीव की प्रत्येक सरकार ने इन मूल्यों को बरकरार रखा है। उसने कहा कि मालदीव सरकार के मंत्रियों ने जो बयान दिया है, वह अकेला मामला नहीं है। यह मुइज्जू की सरकार की घृणा फैलाने वाली नीतियों का परिणाम है।
एमडीपी ने कहा कि अपने राजनीतिक फायदे के लिए मुइज्जू की पार्टी ने संगठित तरीके से भ्रामक सूचना अभियान चलाया और संस्कृति को बढ़ावा दिया। एमडीपी ने कहा कि मुइज्जू सरकार ने जो खुद को इन विवादित बयानों से अलग किया है, वह बेमन से किया गया है। हम मुइज्जू सरकार को याद दिलाना चाहते हैं कि उनके कदमों के दुष्परिणाम आएंगे जो हमारे देश की जनता को बुरी तरह से प्रभावित करेंगे। हम सरकार से मांग करते हैं कि वह इन मंत्रियों को तत्काल मंत्री पद से हटाए। इससे पहले मुइज्जू सरकार ने विवादित बयान देने वाले 3 मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया था जबकि देश में उनको हटाने की मांग तेज हो गई है।