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Maharashtra Politics : अपनी पर आई शिवसेना, बागियों के कार्यालयों में की तोड़फोड़

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Maharashtra Politics : एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और DGP को लिखा पत्र, मांगी सुरक्षा

महाराष्ट्र, मुंबई में तोड़फोड़ के लिए जाने जाने वाली शिवसेना ने अपना असली रूप दिखाना शुरू का दिया है। यह Maharashtra Politics ही है कि शिवसेना ने बागी विधायकों के घरों और कार्यालयों में तोड़फोड़ शुरू कर दी है। दरअसल बागी एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के कथित तौर पर 38 विधायक असम के गुवाहाटी में एक होटल में डेरा डाले हुए हैं।

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बागियों के घरों में तोड़फोड़ को लेकर एकनाथ शिंदे ने शनिवार को सीएम उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र के गृह मंत्री, डीजीपी को 38 विधायकों के परिवार की सुरक्षा वापस लेने के बारे में पत्र लिखा है। Maharashtra Politics Crisis के बाद बागी विधायकों के घरों में तोड़फोड़ को लेकर एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर कहा है कि सरकार उनकी और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। Maharashtra Politics Crisis पर डीजीपी ने विधायकों के परिजनों की सुरक्षा वापस लेने के मामले को निराधार बताया है। ज्ञात हो कि पुणे के कटराज के बालाजी इलाके में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पार्टी विधायक तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की है।

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सावंत राज्य के बागी विधायकों में से एक हैं और वर्तमान में गुवाहाटी, असम में हैं। Maharashtra Politics पर पुणे शहर प्रमुख संजय मोरे ने कहा है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रमुख उद्धव ठाकरे को परेशान करने वाले सभी विश्वासघाती और बागी विधायकों को इस प्रकार की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उनके कार्यालय पर भी हमला होने और बख्शे न जाने की बात उन्होंने कही है। 

उधर नवनीत राणा का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो कहती हैं कि, “ये गुंदागर्दी बंद की जाए। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुंडागर्दी, पावर का गलत इस्तेमाल, संविधान को खत्म करने वाला नियम राज्य में लेकर आए हैं.” उन्होंने कहा, “मेरी विनती है कि इनके परिवारों को सुरक्षा दी जाए साथ ही महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। ” उन्होंने कहा, “आप बताइये कि ये विधायक आखिर क्यों उनसे अलग हुए?” उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से हाथ जोड़ कर विनती की कि बाला साहेब के विचारधारा पर चलने वाले इन विधायकों के परिवारों को सुरक्षा दी जाए।