Luxury Brands : करते हैं लोगों का Mind Control!

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Luxury Brands : कीमत की परवाह किए बगैर सामान खरीदना, लोगों की खुद की है पसंद

अदिति पाण्डेय 

Luxury Brands : लाखों के Handbags और Shoes, हजारों के कपड़े खरीदने वाले लोगों का STATUS क्या सच में बाकी लोगों से ज्यादा अच्छा है? या ये झूठा Status है जो Premium Brands की अपने Products को बेचने की Strategy होती है? कीमत की परवाह किए बगैर सामान खरीदना, यह लोगों की खुद की पसंद है। लोग Zara के 2000 के bag की जगह Louis Vuitton के 2 लाख के bag को लेना पसंद करते है , उनको Comfort सिर्फ 80,000 के Travis Scott Air Jordan shoes में ही मिलता है और नौकरी लगने पर Investment ना कर IPhone लेना पसंद करते है। लेकिन आखिर क्यों लोग Same Use  वाले कम दाम के सामान की जगह महंगा सामान ही खरीदना पसंद करते है? क्या लोग उन Products को उनकी अच्छी Quality और Comfort की वजह से खरीदते हैं या उन्हें मजबूर करता है Brand का Status और Uniqueness?

 

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 Expensive Clothes : आजकल Well Dressed और Well Fashioned होने का मतलब सिर्फ महंगे कपड़ों तक ही रह गया है, जिसके चलते Gucci, Prada, Louis Vuitton, Nike, Apple , Porsche जैसे Brands अपने ना केवल 80-90 हज़ार बल्कि 4-5 लाख से लेकर 1-2 करोड़ तक के Products बेच लेते हैं। Expensive Clothes एक Brand की मंहगाई (expensiveness), अत्युत्तमता(exquisiteness) और विशेषता (exclusiveness) ही उसे बाकी सारे Brands से अलग एक Premium Brand बनाती है, और इसी वजह से यह ग्राहकों में Relevant और ऊंची मांग पर रहता है।

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एक brand के लिए सबसे ज़रुरी होती है उसकी विशेषता। हीरे और अनोखे पत्थरों को उनकी कमी और विशिष्टता की वजह से ही खरीदा जाता है। यही तरीका बाकी सारे  Clothing और sports brands भी अपनाते है। Nike के Travis Scott Air Jordan विशेष इसीलिए है क्योंकि वह बाकी सारे जूतों से ख़ास और महंगा है। Gucci, Prada, Louis Vuitton के handbags भी अपने अत्युत्तमता की वजह से ही ग्राहकों में लोकप्रिय है।

हीरे की अंगूठियों के बिना आजकल Proposal या Engagements असंतोषजनक लगते हैं। 18th और 19th Century तक लोगों में हीरे की अंगूठियों के लेन देन की कोई संस्कृति नहीं थी, लेकिन अचानक ही इसकी बिक्री बढ़ी जो कि आज तक जारी है। हैरानी की बात ये है कि ये सब सिर्फ एक अच्छी तरह से संचालित Advertising Campaign का नतीजा है। 1947 में डी. बीयर्स द्वारा संचालित Newlywed Couples पर Focused एक Advertising Campaign Launch हुआ  जिसका नाम था ‘A DIAMOND is forever’। इस Campaign का मकसद हीरो की

निवेश सम्पत्ति को नए जोड़ों के बीच प्यार के प्रतीक रूप में लाना था, जिसके बाद इसकी बिकरी 10% से बढ़कर 80% हो गई। ऐसे ही Advertising Campaign के जरिए बिना हमारी जानकारी के Brands हमारे दिमाग और जीवनशैली के साथ खेलते हैं`

Saving Habits

‘महंगा रोये एक बार, सस्ता रोये बार बार’ ऐसे मुहावरों की वजह से लोगों में महंगी चीजों की मांग बढ़ रही है। जितना अनोखा Product उतना ही महंगा उसका दाम। अगर आपकी तनख्वाह अच्छी है या आपकी Saving Habits अच्छी है तो इन Products को खरीदना कोई बड़ी बात नही होगी। लेकिन अगर ऐसा नही है और फिर भी आपकी आदतों में यह महंगे brands शामिल हो तो यह आपके लिए चिंताजनक हो सकता है। CNBC के एक report के अनुसार ‘Buy now Pay later’ जैसी एक  Credit Facility Scheme की वजह से 2021 में अमेरिका के 56% ग्राहक कर्ज में फंस चुके थे। ऐसे scheme ग्राहको को अपने सामर्थ्य से ज्यादा खरीदने पर मजबूर कर देते है, और उनमें एक ऐसा पक्षपात बना देता है जिसमें उन्हें Non Premium Products के मुकाबले Premium Products ज्यादा अच्छे लगते है।

जैसे ही किसी Product की उपलब्धता कम होने लगती है, उसका दाम बढ़ने लगता है। यही तरीका Brands भी इस्तेमाल करते है। उदाहरण के लिए देखा जाए तो Cars में Swift Dzire आज हर घर में पाया जाता है लेकिन Rolls Royce  काफी कम देखने को मिलता है। Nike, Converse और Vans जैसे brands भी इसी तरीके से बिक्री करती है। Brands का व्यक्तित्व भी उसकी तरक्की का एक अहम हिस्सा है। Word of Mouth एक प्रचार करने का तरीका है brand के व्यक्तित्व को बढ़ाने के लिए। Lamborghini जैसे बड़े Brands अपने Products का प्रचार नहीं करते है। वे उपभोक्ता संतुष्टि में विश्वास करते है, जिससे इन्हें प्रचार का सबसे बड़ा हथियार Word of Mouth मिलता है। Apple भी Word of Mouth पर Focus करता है। इनके Products ग्राहकों को इतना Comfort और संतुष्टि देते है कि ग्राहक खुद ही सबको इन products को खरीदने का सुझाव देते है।

हम यह महसूस भी नहीं कर पाते हैं कि कब कोई  Luxury Brands हमारे जीवनशैली का हिस्सा बन जाते हैं।  Nike, Adidas, Puma एक Sports और athlete lifestyle को बढ़ावा देते है और Dior, Versace, Armani, Ralph Lauren एक luxury lifestyle को बढ़ावा देते हैं। Products के साथ साथ ये Brands , lifestyle भी बेचने लगते हैं।  यही वजह है कि लोग महंगी चीजें खरीदना पसंद करते हैं क्योंकि इन Products के साथ आने वाली lifestyle उन्हें आकर्षित करने लगती हैं।

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