चरण सिंह राजपूत
विपक्ष की ओर से भले प्रधानमंत्री के कई दावेदार हों पर इंडिया गठबंधन का चेहरा राहुल गांधी को ही माना जा रहा है। यही वजह रही कि प्रधानमंत्री पद मामले में जब नीतीश कुमार नाराज हो गये तो राहुल गांधी ने ही उन्हें फोन कर मनाया। कांग्रेस में भले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं पर कांग्रेस कार्यकर्ता राहुल गांधी को ज्यादा मानते हैं।
भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ‘भारत न्याय यात्रा’ करने वाले हैं। गत साल सितंबर से लेकर इस साल 14 जनवरी तक भारत जोड़ो यात्रा करने के बाद अब राहुल इस नई यात्रा को करने जा रहे हैं। ‘भारत न्याय यात्रा’ लोगों को सामाजिक और आर्थिक न्याय दिलाने के लिए की जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कन्याकुमारी से हुई थी, जो कश्मीर में जाकर खत्म हुई थी। राहुल ने इस यात्रा में दक्षिण से उत्तर का सफर किया था।
वहीं, भारत न्याय यात्रा की शुरुआत पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर से होगी, जो पश्चिम में महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में जाकर खत्म होगी। इस तरह राहुल भारत न्याय यात्रा में पूर्व से पश्चिम की ओर सफर करने वाले हैं। पूरी यात्रा में 6200 किमी सफर तय किया जाएगा। ज्यादातर यात्रा बस के जरिए ही कवर की जाएगी, मगर कहीं-कहीं पैदल भी सफर किया जाएगा। भारत न्याय यात्रा को भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा संस्करण बताया गया है, जिसकी शुरुआत 14 जनवरी से होगी।
यात्रा में क्या होने वाला है खास?
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 14 जनवरी को मणिपुर में भारत न्याय यात्रा को झंडा दिखाएंगे। इस तरह यात्रा की आधिकारिक तौर पर शुरुआत हो जाएगी। ये यात्रा 20 मार्च को जाकर मुंबई में खत्म होगी। भारत न्याय यात्रा 14 राज्यों के 85 जिलों से होकर गुजरेगी। मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से भारत न्याय यात्रा गुजरने वाली है।
कैसे आया भारत यात्रा का विचार ?
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने 27 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत न्याय यात्रा को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा, ’21 दिसंबर को कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने सर्वसम्मति से अपना मत रखा कि राहुल गांधी को पूर्व से पश्चिम की ओर एक यात्रा करनी चाहिए। राहुल गांधी भी सीडब्ल्यूसी की इस इच्छा को पूरा करने के लिए तैयार हो गए.’
उन्होंने कहा, ‘ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी ने फैसला किया है कि 14 जनवरी से 20 मार्च तक मणिपुर से लेकर मुंबई तक भारत न्याय यात्रा की जाएगी। इस यात्रा में राहुल गांधी युवाओं, महिलाओं और हाशिए पर पड़े लोगों से मुलाकात करने वाले हैं। बस यात्रा के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा जाएगा। यात्रा में कुछ छोटे हिस्से को रुक-रुक कर पैदल भी कवर किया जाएगा.’
भारत जोड़ो यात्रा क्या थी?
राहुल गांधी ने सितंबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी, जो जनवरी 2023 में जाकर खत्म हुई। राहुल गांधी की यात्रा की शुरुआत 7 सितंबर को कन्याकुमारी से हुई। इस यात्रा के जरिए उन्होंने 4500 किलोमीटर से ज्यादा का सफर पैदल ही तय किया। इस यात्रा का मकसद भारत को एकजुट और देश को मजबूत करना था। कांग्रेस की इस यात्रा से उसका संगठन काफी मजबूत हुआ था। भारत जोड़ो यात्रा गत 30 जनवरी कश्मीर में जाकर खत्म हुई।
भारत जोड़ो यात्रा के जरिए 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 75 जिलों को कवर किया गया था। ये यात्रा जिस-जिस राज्य से होकर गुजरी, उस-उस राज्य में कांग्रेस नेताओं ने इसमें हिस्सा लिया। कई प्रमुख हस्तियों को भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होते हुए देखा गया था।
विपक्ष के नेता भी राहुल गांधी को ही पूछते हैं। चाहे लोकसभा में बोलने का मामला हो या फिर विपक्ष में संघर्ष का। राहुल गांधी दूसरे नेताओं से थोड़ा अलग हटकर दिखाई देते हैं। हालांकि जब देश में कोई बड़े मुद्दे पर बहस हो रही होती है तो राहुल गांधी विदेश जाकर अपने बनाए हुए माहौल को खुद ही खराब कर लेते हैं। देश के मुद्दे विदेश में उठाकर राहुल गांधी सत्ता पक्ष को बोलने का मौका दे देते हैं।