नई दिल्ली | गुरु नानक देव जी की जयंती गुरुपुरब से ठीक दो दिन पहले, पाकिस्तान के साथ करतारपुर कॉरिडोर 17 नवंबर (बुधवार) से फिर से खुल जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को ट्विटर पर यह जानकारी दी।
सरकार का यह कदम रविवार को एक सिख प्रतिनिधिमंडल के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने और कॉरिडोर (गलियारा) को फिर से खोलने का आग्रह करने के बाद आया है।
कोविड-19 महामारी के कारण 16 मार्च, 2020 से इस कॉरिडोर को निलंबित कर दिया गया था। शाह ने कहा कि श्री करतारपुर साहिब करोड़ों देशवासियों की असीम श्रद्धा का केंद्र है और इस कॉरिडोर का फिर से संचालन शुरू करने का निर्णय सिख समुदाय के प्रति मोदी सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। मोदी सरकार के इस निर्णय से बड़ी संख्या में सिख तीर्थयात्रियों को फायदा होगा।
शाह ने कॉरिडोर का पुन: संचालन शुरू करने के काम में गति लाने के लिए अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठकें कीं।
श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर से तीर्थयात्रा की सुविधा मौजूदा प्रक्रियाओं और कोविड प्रोटोकॉल के पालन के अनुसार प्रदान की जाएगी।
भारत ने जीरो प्वाइंट, इंटरनेशनल बाउंड्री पर डेरा बाबा नानक में श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के संचालन के तौर-तरीकों पर पाकिस्तान के साथ 24 अक्तूबर 2019 को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस दौरान विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ पंजाब सरकार के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 22 नवंबर 2018 को श्री गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती के ऐतिहासिक अवसर को पूरे देश और दुनिया भर में भव्य तरीके से मनाने का एक प्रस्ताव पारित किया था।
इस ऐतिहासिक फैसले में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा तक डेरा बाबा नानक से श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के निर्माण और विकास को मंजूरी दी थी, ताकि भारत के तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर की यात्रा करने में सुविधा हो और यह यात्रा वर्ष भर सुचारू और सुगम तरीके से चल सके।
गृह मंत्री ने कहा, “देश 19 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव को मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है और मुझे विश्वास है कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने के मोदी सरकार के फैसले से पूरे देश में आनंद और खुशी को बढ़ावा मिलेगा।”
केंद्र सरकार की घोषणा के बाद पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को धन्यवाद दिया।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि कॉरिडोर को फिर से खोलना लाखों अनुयायियों की लंबे समय से लंबित मांग थी।
अमरिंदर सिंह ने यहां एक बयान में कहा, “गलियारा खोलने के लिए अब से बेहतर अवसर नहीं हो सकता था, क्योंकि हजारों भक्तों को गुरुपरब के दिन ही पवित्र गुरुद्वारे में दर्शन करने का मौका मिलेगा।”
करतारपुर कॉरिडोर सिख तीर्थयात्रियों को बिना वीजा के पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने की अनुमति देता है।
करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला 26 नवंबर, 2018 को रखी गई थी और कॉरिडोर 2019 में सिख गुरु की 550वीं जयंती पर बनकर तैयार हुआ था।