सुल्तानपुरी मामले में पुलिस हर पहलू पर गहन जांच कर रही है। पुलिस ने आरोपियों को एक साथ बैठाकर व अगल-अलग भी पूछताछ की। बुधवार को भी आरोपियों से पूछताछ की गई। पांचों के बयान में कोई अंतर नहीं आ रहा है।
नई दिल्ली। सुल्तानपुरी प्रकरण में अंजली की सहेली निधि की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। रोज नए सीसीटीवी कैमरा फुटेज सामने आ रहे हैं, जो निधि की ओर से दिये गये बयान को झूठा साबित करते नजर आ रहे हंै। शनिवार रात दो बजे दोनों कृष्ण विहार पहुंची तो इस दौरान अंजली ही स्कूटी चलाती नजर आ रही है। उसके पीछे निधि बैठी है। दुर्घटना से पहले निधि स्कूटी का हैंडल पीछे की ओर से पकड़ती है और दुर्घटना के बाद मौके से ऐसे फरार हो जाती है मानो कुछ हुआ ही न हो। निधि का दावा है कि वह अंजली को १०-१५ दिन से ही जानती थी, जबकि होटल स्टाफ का कहना है कि वे दोनों पहले भी कई बार एक साथ होटल में आ चुकी थीं।
यह उठ रहे सवाल ?
निधि ने दुर्घटना होने पर क्यों नहीं मचाया शोर ? अपनी दोस्त अंजली को बचाने की कोशिश क्यों नहीं की ? पुलिस को कॉल क्यों नहीं की ? सुल्तानपुरी थाने के पास से गुजरने पर भी पुलिस को शिकायत क्यों नहीं की ?
अगले दिन भी किसी को कुछ भी क्यों नहीं बताया ?
दुर्घटना से पहल स्कूटी का हैंडल पकड़ककर क्या उसने जान पूछकर कार से टक्कर करवाई ?
मुख्य सड़क से न जाकर वह गलियों से घर क्यों गई ?
पुलिस को मिला सीसीटीवी फुटेज
सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि जब अंजली स्कूटी चला रही होती है तो दुर्घटना में मात्र तीन सेकेंड पहले वह पीछे से हाथ आगे ल्ेकर जातीहै और स्कूटी का हैंडल पकड़ लेती है। इसके अगले ही पल कार से स्कूटी की टक्कर हो जाती है।
टक्कर से तीस सेकेंड बाद वह मुख्य सड़क से न होते हुए गलियों के रास्ते अपने घर की ओर निकल पड़ती है। करीब २०० मीटर दूर गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में दिखाई देता कि निधि हाथ में कुछ सामान लेकर जा रही है। वह आराम से जाती दिखाई द रही है। उसका घर सुल्तानपुरी थाने के सामने की गली में अंदर जाकर है। ऐसे में वह कृष्ण विहार से सुल्तानपुरी थाने के पास से होकर घर जाती है।
डरी हुई नहीं लग रही थी निधि
गली में जाकर वह घर के बाहर लगे लोहे केगेट पर लात मारती है। पास में आग सेंक रहे युवक निशांत से वह इस बारे में कोई जिक्र नहीं करती। उसे अंजली से ज्यादा इस बात की चिंता थी कि उसका फोन बंद हो गया था। वह निशांत के घर में फोन चार्ज पर लगाती है। इसके बाद पांच मिनट में अपने घर जाती है। मां से घरेलू नुस्खे से आटे व हल्दी की रोटी बनवाती है और हाथ पर बंधवाती है। निशांत ने बताया कि निधि देर रात को जब घर आई तो वह बिल्कुल भी डरी हुई नहीं थी। जब निशांत ने चेहरे पर लगी चोट के बारे में पूछा तो उसने सिर्फ यही बताया कि उसकी स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। घर में भूतल पर निधि रहती है और पहली व दूरी मंजिल पर किरायेदार। सूत्रों के अनुसार रविवार को निधि ने इस बारे में किसी को नहीं बताया। वह आराम से अपने घर की दूसरी मंजिल पर गई व धूप में जाकर बैठ गई।
ज्यादातर घर से बाहर रहती थी
निधि के पड़ोसियों का कहना है कि वह सुल्तानपुरी में एक अन्य मकान में अकेले ही रहती है। कुछ महीने पहले ही उसने मकान खरीदा था। किसी को नहीं पता कि वह क्या काम करती थी लेकिन वह कभी दो दिन तो कभी सात दिन तक घर से बाहर रहती थी।