गया। भारत की महिला हॉकी टीम ने बोधगया स्थित महाबोधि महाविहार मंदिर का दौरा किया। इंडियन टीम राजगीर में चल रहे एशिया वीमेंस हॉकी टूर्नामेंट में खेल रही है। वह बोधगया में ठहरी हुई है और इस दौरान ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थलों का भ्रमण भी कर रही है। अंतरराष्ट्रीय एकता के अनोखे प्रदर्शन में भारतीय टीम के साथ 19 विभिन्न देशों के अंपायरों का एक दल और फिजियोथेरेपिस्ट टीम के सदस्य भी थे। इस संयुक्त दौरे ने न केवल खेल बल्कि संस्कृतियों के बीच संबंधों को भी मज़बूत किया।
महाबोधि मंदिर पहुंचने पर सचिव, प्रमुख भिक्षु और अन्य वरिष्ठ भिक्षुओं ने टीम का पारंपरिक खादा (समारोह स्कार्फ) देकर स्वागत किया। टीम को गर्भगृह में ले जाया गया, जहां प्रमुख भिक्षु द्वारा विशेष प्रार्थना का आयोजन किया गया। खिलाड़ियों ने भगवान बुद्ध के प्रति आस्था और सम्मान व्यक्त करते हुए फूल और धूप अर्पित की। हर सदस्य को बोधि पत्ता, जो ज्ञान और शांति का प्रतीक है, उपहार स्वरूप भेंट किया गया। मंदिर का भव्य दौरा कर टीम ने इसके ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व को समझा।
वहीं दूसरी ओर थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री स्रेत्ता थाविसिन ने अपनी पत्नी और पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बोधगया के पवित्र महाबोधि मंदिर का दौरा किया। बोधगया मंदिर प्रबंधन समिति के सचिव डॉ महास्वेता महारथी और मंदिर के भिक्षु दीनानंद ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। थाविसिन ने बोधि वृक्ष के पास प्रार्थना कर बौद्ध धरोहर के संरक्षण पर चर्चा की। उन्होंने भारत-थाई सांस्कृतिक संबंधों को और गहरा बनाने का संकल्प जताया। इस दौरे को दोनों देशों के बीच आध्यात्मिक संबंधों की मजबूत कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।