भारतीय स्पिनर्स को खेलने के लिए एक अलग तरीका अपनाने की जरूरत

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भारत और न्यूजीलैंड के बीच 25 नवंबर से दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होने वाला है। पहला टेस्ट मैच कानपुर के ग्रीन पार्क में खेला जाएगा। इससे लेकर कीवी कप्तान केन विलियमसन का मानना है कि उनकी टीम को भारतीय स्पिनर्स को खेलने के लिए एक अलग तरीका अपनाने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा, “कैंप में गुरुवार को पहले टेस्ट मैच को लेकर विचार-विमर्श चल रही है। आखिरी बार न्यूजीलैंड ने टेस्ट सीरीज के लिए भारत का दौरा 2016 में किया था, तब अश्विन (27 विकेट) और जडेजा (14 विकेट) की शानदार गेंदबाजी के कारण कीवियों की सीरीज में 3-0 से हार हुई थी।

विलियमसन ने बुधवार को आईएएनएस के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “हम भारतीय स्पिन गेंदबाजों की ताकत को जानते हैं और उन्होंने यहां लंबे समय से शानदार गेंदबाजी की हैं। हमारे लिए एक अलग तरीके से खेलना सही होगा। साथ ही स्कोर करना और साझेदारी का निर्माण करना बेहद महत्वपूर्ण रहेगा।”

उनके मुताबिक, “हर खिलाड़ी अलग है, इसलिए उनके तरीके एक-दूसरे से थोड़े अलग होंगे लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि कुछ चुनौतियों के लिए जितना संभव हो सके कोशिश करने और तैयारी करने की जरूरत है। हम जानते है कि हम उन्हें खेलने जा रहे हैं।”

अश्विन और जडेजा की घरेलू परिस्थितियों में मिली सफलता को देखते हुए विलियमसन को लगता है कि वह सीरीज के नतीजे में निर्णायक भूमिका निभाएंगे, क्योंकि उन्होंने घरेलू हालातों में बेहतरीन गेंदबाजी की हैं।

विलियमसन के अनुसार, “मुझे यकीन है कि पूरी सीरीज में, स्पिन गेंदबाज एक महत्वपूर्ण रोल अदा करेंगे। हालांकि मुझे लगता है कि कानपुर का मैदान थोड़ा अलग है और हम यहां 2016 में आखिरी मैच में खेले थे। इसलिए परिस्थितियों को जल्द से जल्द समझना हमारे लिए अच्छा होगा।”

विलियमसन ने भारतीय परिस्थितियों में स्पिनर्स को मिलने वाली मदद को बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौतियों में से एक बताया है।

उन्होंने कहा, “हम गेम प्लान के साथ आने की कोशिश करेंगे, ताकि स्कोर करने के दौरान उसका पालन कर सकें, जिससे हमें खेलने में मदद मिलेगी। पहले यहां कई टीमें आई हैं और इसी तरह की चुनौतियों का सामना किया है। इसलिए, उम्मीद है कि हमें भी पूरी सीरीज में स्पिन का सामना करना होगा। इसके लिए खिलाड़ी हर तरह की तैयारी करने का प्रयास कर रहे हैं और उस चुनौती का इंतजार कर रहे हैं।”

31 साल खिलाड़ी ने इस बात को खारिज कर दिया कि विराट कोहली (दूसरे टेस्ट में वापसी), रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों के बिना उनको टेस्ट सीरीज जीतने में आसानी होगी।

उन्होंने आगे कहा, “नहीं, मुझे नहीं लगता कि हम पसंदीदा टीम हैं, क्योंकि किसी भी प्रारूप में भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी ताकत उनके खिलाड़ी हैं। हमने इसे कई सालों से देखा है। हम जानते हैं कि एक बड़ी चुनौती है, इसलिए हम क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और यहां की परिस्थितियों को समझने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उनकी चुनौतियों का सामना कर सकें।

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