द न्यूज़ 15
नई दिल्ली | रेटिंग एजेंसी आईसीआरए (इक्रा) ने मंगलवार को यह दावा किया की भारत के फार्मा क्षेत्र के वित्त वर्ष 2022 में 9-11 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
इक्रा ने नए प्रॉडक्ट इंट्रोडक्शन, रुपये के मूल्यह्रास और बाजार कवरेज के विस्तार के अलावा गैर-कोविड उत्पादों की मांग में सुधार को इसके प्रमुख कारक बताया है।
इक्रा के अनुसार, अमेरिकी बाजार में कीमत संबंधी दबाव होने से दूसरी तिमाही में राजस्व वृद्धि सीमित रही। हालांकि, भारतीय एवं उभरती अर्थव्यवस्थाओं में इसकी वृद्धि दर मजबूत बनी रही।
इक्रा में सहायक उपाध्यक्ष और सेक्टर प्रमुख दीपक जोतवानी ने कहा, मूल्य निर्धारण के दबाव और कच्चे माल की बढ़ती लागत से वित्त वर्ष 2022 में इस क्षेत्र के लिए मार्जिन 22.5 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2023 में 21-22 प्रतिशत के पूर्व-कोविड स्तर तक पहुंचने की उम्मीद है।