द न्यूज 15
भाजपा ने जिन अन्य 49 सीटों पर जीत हासिल की, उसमें 27 सीटें सपा गठबंधन के खिलाफ थी। 19 सीट पर भाजपा ने राष्ट्रीय लोकदल से सीधे मुकाबले में जीत हासिल की। जबकि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के खिलाफ 6 और अपना दल कमेरावादी के खिलाफ सीधी लड़ाई में बीजेपी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि सपा ने जिन अन्य 12 सीटों पर जीत हासिल की, उनमें 9 सीटों पर सपा के खिलाफ बीजेपी के सहयोगी दलों के उम्मीदवार थे। 5 सीटों पर सपा ने अपना दल सोनेलाल के उम्मीदवारों के खिलाफ जीत हासिल की, जबकि 4 सीटों पर निषाद पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ जीत हासिल की। सपा के खिलाफ भाजपा की जीत का अंतर 2017 चुनाव के मुकाबले केवल मामूली रूप से गिरा। 2017 में जब दोनों दलों के बीच सीधी लड़ाई थी तब भाजपा ने औसतन 29,014 मतों के अंतर से 156 सीटें जीती थी। जबकि सपा ने औसतन 14,803 मतों के अंतर से 35 सीटों पर जीत दर्ज की थी। सिर्फ सपा के खिलाफ ही नहीं बल्कि सभी सीटों पर भाजपा की औसत जीत के अंतर में 2017 के मुकाबले मामूली गिरावट देखी गई। 2017 में जब बीजेपी ने रिकॉर्ड 312 सीटों पर जीत हासिल की थी , तब पार्टी को 32,918 वोटों के औसत अंतर से जीत हासिल हुई थी। जबकि 2022 में बीजेपी ने 31,718 वोटों के औसत अंतर से जीत हासिल की। सपा और रालोद ने अपने औसत जीत के अंतर को बढ़ाया। 2022 में सपा के लिए यह संख्या 17,426 थी, जबकि 2017 में औसत जीत का अंतर 14,963 था। वहीं 2022 में रालोद की औसत जीत का अंतर 15,658 वोट है जो 2017 के 3,842 वोटों की तुलना में बहुत अधिक है।