द न्यूज 15
कोलकाता । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेता तथागत रॉय ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है। रॉय ने ट्वीट करके कहा कि कल के चुनाव परिणामों के बाद, मुझे फोन आ रहे हैं, “आप बस वहां बैठकर ट्वीट करने के बजाय और कुछ क्यों नहीं कर रहे हैं? उन्होंने कहा, “अब स्ट्रेट होने की जरूरत है। मैं 77 साल का हूं और भाजपा के मानदंडों के अनुसार, सक्रिय राजनीति से बाहर हूं। मैंने अपने विचार अधिकारियों को बता दिए हैं। मेरा काम हो गया।”
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के 10 महीने के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को नगर निकायों में भी पूरे विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की 107 नगरपालिकाओं में से 102 में जीत दर्ज की है। तृणमूल कांग्रेस ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु अधिकारी का ‘गढ़’ मानी जाने वाली कांथी नगरपालिका में जीत हासिल की है जबकि उत्तर बंगाल की पहाड़ों की राजनीति में नवागंतुक ‘हमरो पार्टी’ ने तृणमूल कांग्रेस, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा और भाजपा को पछाड़ कर दार्जिलिंग नगरपालिका पर कब्जा कर लिया।
भाजपा, जो पिछले साल विधानसभा चुनावों में 77 सीटें जीतकर पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी थी, अपना खाता खोलने में विफल रही। कांग्रेस भी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। इस चुनाव में टीएमसी के कुल 2,258, भाजपा के 2021, बसपा के 30 और भाकपा के 99 उम्मीदवार मैदान में थे। इसके अलावा 158 उम्मीदवार राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के भी थे। 843 प्रत्याशी निर्दलीय भी चुनाव में उतरे थे।
BJP ने की थी चुनाव नतीजों पर रोक लगाने की मांग
चुनाव के बाद भाजपा ने कहा था कि इसके परिणामों पर रोक लगा देनी चाहिए। भाजपा का आरोप था कि टीएमसी ने चुनाव में धांधली की है। भाजपा राज्यपाल से चुनाव के दौरान हुई हिंसा पर भी ध्यान देने को कहा था। भाजपा की बंगाल यूनिट ने राज्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर राज्य में कानून-व्यवस्था की पूरी तरह से विफलता का हवाला देते हुए चुनावों को अमान्य घोषित करने की मांग की थी।