कर्नाटक हाईकोर्ट में गुरुवार को शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हुई। तीन जजों की बेंच ने हिजाब मामले में करीब एक घंटे तक सुनवाई की।
द न्यूज 15
बेंगलुरु । कर्नाटक में हिजाब को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद के घटनाक्रमों को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है और राज्य की यूनिट और प्रदेश की भाजपा सरकार को एक स्पष्ट संदेश देने के लिए कहा है कि पार्टी मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ नहीं है और ड्रेस कोड लागू करने का काम अलग-अलग संस्थानों पर छोड़ दिया गया है।
भाजपा विधायकों ने कहा कि आलाकमान ने स्थानीय नेताओं से संयम बरतने और चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचाए बिना इस विवाद को खत्म करने के लिए काम करने को कहा है। एक राष्ट्रीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलौर सिटी से भाजपा विधायक वाईबी शेट्टी ने कहा कि हाईकमान ने पूरे मामले को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
उन्होंने कहा, “हालांकि उन्होंने हिजाब विवाद के बारे में कोई विशेष निर्देश नहीं दिया है, लेकिन निष्कर्ष यह है कि स्थानीय नेतृत्व और राज्य सरकार को हितधारकों से संवाद स्थापित करना चाहिए और उन्हें विश्वास में लेना चाहिए।” भाजपा नेता ने कहा कि समुदायों के लोगों, शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधन और छात्रों के माता-पिता सहित अन्य लोगों के साथ स्थानीय स्तर पर बैठकें की जा रही हैं। हिजाब विवाद को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है, इसको लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से तरह-तरह के बयान आ रहे हैं। पिछले दिनों एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि एक दिन हिजाब वाली महिला देश की पीएम बनेगी। ओवैसी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा और कहा था कि वह तीन तलाक कानून के साथ देश की महिलाओं को सशक्त करने की बात कर रहे थे। क्या यही उनका ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कैंपेन है। दूसरी तरफ, कर्नाटक हाईकोर्ट में गुरुवार को भी शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हुई। हाई कोर्ट में तीन जजों की बेंच ने हिजाब मामले में करीब एक घंटा सुनवाई की। इस मामले पर कोर्ट में अब शुक्रवार को सुनवाई होगी।
भाजपा विधायकों ने कहा कि आलाकमान ने स्थानीय नेताओं से संयम बरतने और चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचाए बिना इस विवाद को खत्म करने के लिए काम करने को कहा है। एक राष्ट्रीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलौर सिटी से भाजपा विधायक वाईबी शेट्टी ने कहा कि हाईकमान ने पूरे मामले को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
उन्होंने कहा, “हालांकि उन्होंने हिजाब विवाद के बारे में कोई विशेष निर्देश नहीं दिया है, लेकिन निष्कर्ष यह है कि स्थानीय नेतृत्व और राज्य सरकार को हितधारकों से संवाद स्थापित करना चाहिए और उन्हें विश्वास में लेना चाहिए।” भाजपा नेता ने कहा कि समुदायों के लोगों, शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधन और छात्रों के माता-पिता सहित अन्य लोगों के साथ स्थानीय स्तर पर बैठकें की जा रही हैं। हिजाब विवाद को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है, इसको लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से तरह-तरह के बयान आ रहे हैं। पिछले दिनों एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि एक दिन हिजाब वाली महिला देश की पीएम बनेगी। ओवैसी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधा और कहा था कि वह तीन तलाक कानून के साथ देश की महिलाओं को सशक्त करने की बात कर रहे थे। क्या यही उनका ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कैंपेन है। दूसरी तरफ, कर्नाटक हाईकोर्ट में गुरुवार को भी शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई हुई। हाई कोर्ट में तीन जजों की बेंच ने हिजाब मामले में करीब एक घंटा सुनवाई की। इस मामले पर कोर्ट में अब शुक्रवार को सुनवाई होगी।