कुछ भी हो राजनीतिक दल वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं। यदि पार्टी सत्ता में हो तो फिर कहने ही क्या ? जी हां अब जब हरियाणा पंचायत चुनाव और आदमपुर विधानसभा उप चुनाव होने वाले हैं तो वोट के लिए डेरा एक साध्वी के यौन शोषण के दोषी सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की याद आने लगी है। उसे पैरोल पर बाहर लाया जा रहा है। कौन पार्टी बाहर ला रही है बताने की जरूरत नहीं है। मतलब चुनाव के लिए देश में कुछ भी करा जा सकता है। किसी भी अपराधी को सुविधाएं दी जा सकती है। कानून का इस्तेमाल किया जा सकता है।
दरअसल हरियाणा पंचायत चुनाव और आदमपुर विधानसभा उप चुनाव से पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह जो बलात्कार और हत्या के आरोप में कारावास की सजा काटरहा है वह बार-बार फिर पैरोल पर रिहा होगा। डेरा प्रमुख राम रहीम के परिवार ने एक महीने की पैरोल की मांग करते हुए जेल अधिकारियों को एक आवेदन पत्र दिया था।
हरियाणश की जेल मंत्री रंजीत सिंह ने 11 अक्टूबर को आवेदन की जांच करने के दौरान कहा था पैरोल आवेदन की संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है। निर्णय कानून के अनसार लिया जाएगा। डेरा प्रमुख राम रहीम फिलहाल रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि वह सिरसा या राजस्थान में डेरा के परिसर मे रहेंगे। इसके लिए डेरा प्रशासन ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है।
गुरमीत राम रहीम सिंह ने 2021 में तीन बार और 2022 में दो बार पैरोल पर बाहर आया था। फरवरी 21 दिन और जून में एक महीने के लिए वै पैरोल पर आया था। जेल अधिकारियों के अनुसार वह 31 दिसंबर 2022 से पहले कम से कम 40- दिनों के पैरोल की मांग कर सकते हंै। कानून एक अपराधी को (जिसने अपने कारावास के कुछ निश्चित वर्ष पूरे कर लिये हैं) साल में 90 दिनों के लिए जेल से बाहर रहने की अनुमति देता है।
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बता दें कि 2017 से साधवी यौन शोषण मामले में राम रहीम सजा काट रहे हंै। वहीं राम रहीम को पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है। राम रहीम को इस साल पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 7 फरवरी को 21 दिन की फरलो मिली थी। उसके तीन महीने बाद 27 जून को फिर से राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी।
वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने राम रहीम को पैरोल पर ऐतराज जताया है। उन्होंने सरकारों को राम रहीम पर हमदर्दी दिखाने के आरोप लगाए हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव प्रताप सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार राम रहीम को एक बार फिर 40 दिन के पैरोल देने जा रही है। पहले भी कर्स बार पैरोल हो चुकी है। सरकार राम रहीम के साथ हमदर्दी दिखा रही है, जो सही नहीं है।