वर्चुअल आशीर्वाद लेने के लिए लगी बीजेपी नेताओं की लाइन, विधायक और मेयर भी लगा रहे हाजिरी
सी.एस. राजपूत
तो क्या राम रहीम को इसलिए पैरोल दिलाई गई है ? क्या हरियाणा पंचायत चुनाव में फायदे के लिए एक साध्वी के यौन शोषण के दोष में उम्रकैद की सजा काट रहे राम रहीम को पैरोल दिलाई गई है। जिस तरह से बीजेपी नेता राम रहीम से आशीर्वाद लेने में लग गये हैं उससे तो यही लग रहा है।
ऐसे में कहा जा सकता है कि सत्तारूढ़ बीजेपी खट्टर सरकार की उपलब्धियें पर नहीं बल्कि यौन शोषण के दोषी राम रहीम के सहारे हरियाणा पंचायत चुनाव जीतने में लगी है। दरअसल यह बीजेपी का मिशन 2024 है। यह आज की गिरती राजनीति ही है कि सत्तारूढ़ बीजेपी उम्रकैद की सजा काट रहे राम रहीम के ऑनलाइन सत्संग में डेरा प्रेमियों के साथ उसका आशीर्वाद लेने में लग गये हैं। राम रहीम के आशीर्वाद लेने में भाजपा के विधायक और मेयर भी लाइन में लगे हैं। स्थिति यह है कि करनाल मेयर के बाद अब हिसार मेयर गौतम सरदाना की पत्नी ने भी ऑनलाइन सत्संग में राम रहीम से चुनावी आशीर्वाद लिया है।
यह समाजसेवा की राजनीति है या फिर स्वार्थ की कि हिसार के राजगढ़ रोड पर एक निजी रिजार्ट में हरियाणा के डिप्टी स्पीकर और नलवा के विधायक रणबीर गंगवा भी पहुंचे। रणबीर गंगवा तो पहले से ही डेरेे से जुड़े हैं। वर्चुअल संवाद के दौरना डेरा मुखी ने डिप्टी स्पीकर को पहचान लिया। वाह री बीजेपी की राजनीति कि रणबीर गंगवा ने यौन शोषण के दोषी से कहा कि आपके चरणों में विनती है कि संगत के ऊपर आशीर्वाद बनाये रखें। जहां सारा प्रशासन फेल हो जाता है, वहां पर आशीर्वाद से मानवता की सेवा के अंदर खड़े मिलते हैं। आप खुद मालिक हैं, आप कब वर्चुअल की बजाय फिजीकल आकर दर्शन देंगे। आपने मार्गदर्शन दिया है कि दृढ़ यकीन रखते हैं उनके घरों में कमी नहीं आती। वाह अपने प्रशासन पर ही उंगली उठा रहे हैं डिप्टी स्पीकर। ऐस में इन नेताओं से जनता की भलाई की क्या उम्मीद की जा सकती है कि एक बेटी के यौन शोषण के दोषी के बारे में डिप्टी स्पीकर कह रहे हैं कि डेरा छोटा पड़ गया था इसलिए वे रिजार्ट में आ आये हैं। डिप्टी स्पीकर यह भी कह रहे हैं कि उनका संबंध तो जन्म से ही डेरे से है। शाह मस्ताना ने जी गंगवा में 1960 में डेरा बनाया था। 1964 में मेरा जन्म हुआ आपके आशीर्वाद से कोई कमी नहीं रही। मैं खुद 5 मेंबरी कमेटी के रूप में काम करता रहा हूं। रानजीति में आकर सेवा करने का आशीर्वाद दिया।
उधर हिसार के मेयर गौतम सरदाना की पत्नी तो इनसे भी आगे निकल गईं उन्होंने कहा कि मेयर साहब आज बाहर आये हैं। इसलिए मुझे आपके दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। तब राम रहीम ने कहा कि मेयर साहब से कहेंगे कि आपको लेकर आया करेंगे। जब बेटा आ सकता है तो बेटी क्यों नहीं ? इसके बाद सरपंच और ग्राम पंचायत सदस्यों ने आशीर्वाद लिया। सत्संग के दौरान राम रहीम ने खुद की बनाई पुस्तिका गेम माई नेम में से नये बच्चों का नाम चुनने का संदेश दिया। यह पुस्तिका राम रहीम ने जेल में रहते हुए लिखी है।
हरियाणा में पानीपत, हिसार, करनाल, यमुनानगर और रोहतक नगर निगमों का ५ साल का कार्यकाल अगले साल पूरा होने जा रहा है। इन निगमों के चुनाव दिसंबर 2023में हैं और जनता सीधे मेयर चुनती है। ऐसे में भाजपा ने मेयर चुनावों के लिए डेरा प्रेमियों पर अभी से डोरे डालना शुरू कर दिया है। बता दें कि दो दिन पहले करनाल मेयर रेणु बाला, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर ने राम रहीन से अर्चुअल आशीर्वाद लिया।
डेरा प्रमुख गुरमीत रहीम को सीबीआई कोर्ट ने 2017 में साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा सुनाई। सजा सुनाए जाने से नाराज डेरा प्रेमियों ने पूंचकूला और सिरसा में आनजनी शुरू कर दी । पंचकूला और सिरसा में दंगे भड़क गये। पुलिस की गोली से करीब प्रदेश में 32 प्रेमियों की मौत हुई। प्रेमियों पर केस भी दर्ज किये गये। इसके बाद राम रहीम को रणजीत हत्याकांड और पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में भी सजा हुई। डेरा प्रेमी इसके लिए भाजपा को दोषी ठहराते आए हैं। भाजपा मिशन 2024 में भी सजा हुई। डेरा प्रेमी इसके लिए भाजपा को दोषी ठहराते आए हैं। भाजपा मिशन 2024 से पहले प्रेमियों की नाराजगी दूर करना चाहती है।
राम रहीम अगस्त 2017 से हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। राम रहीम को पहले मेडिकल जांच के बहाने पीजीआई रोहतक और गुरुग्राम में बीमार मां से मिलाने के लिए ले जाया जाता रहा है। राम रहीम को इसी साल पंजाब चुनाव से ठीक पहले 7 फरवरी 2020 दिन की फरलो मिली थी। इसके बाद 17 जून को राम रहीम 30 दिन की पैरोल मिली थी और वह यूपी के बागपत आश्रम में रुका था। अब अक्टूबर 2022 में राम रहीम को 40 दिन की पैरोल मिली है। अब हरियाणा के आदमपुर उप चुनाव और पंचायत और हिमाचल प्रदेश के नवम्बर 2022 में चुनाव होने जा रहे हैं। इससे ठीक पहले राम रहीम बाहर आ गया है।
ऑनलाइन सत्संग में बोला, मैं असली हूं, पंचायत चुनाव के कैंडिडट्स को आशीर्वाद भी दिया। यौन शोषण और मर्डर केस में सजा काट रहे बाबा राम रहीम का दर्द बुधवार को छलक पड़ा। श्रद्धालुओं के साथ ऑनलाइन सत्संग में डेरा मुखी ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि हम वहीं हैं, दूसरे नहीं हैं। हम असली हैं। हम अपना प्रुफ नहीं दे रहे, हम केवल अपने बच्चों को याद दिलाना चाहते हैं लेकिन कई कहते हैं कि मैं क्यों मानूं ?