Hardik Patel : आज कांग्रेस के युवा नेताओं को संबोधित कर रहे है साथ ही उनकी BJP में शामिल होने के कयास लगाये जा रहे जानते आप Google करिए और दर्जन भर आर्टिकल सामने जाएंगे बताते कि हार्दिक पटेल (Hardik Patel) जी ने अपनी WhatsApp DP बदल कर भगवा गमछा लगा लिया है । अलग -अलग वेबसाइट में आपको IPhone से क्लिक की गई DP नजर आएगी।
बात बस गमछा वाली DP की नहीं है भारत में राम भक्त कहलाने का पेटेंट बस एक पार्टी के पास है ऐसे में किसी नेता को अपने दल से उस पार्टी में शामिल होने का संकेत देने के लिए बस भगवान राम को याद करना होता है। ऐसी छवि बन गई हैं। इस क्रम में लम्बे समय से नाराज नेता हार्दिक (Hardik Patel) ने कुछ ही हफ्ते पहले अपने आप को अचानक राम भक्त बता डाला और उन्हें इस बात पर गर्व का भाव भी आ गया।
देखा जाए तो हार्दिक (Hardik Patel) कांग्रेस में एक युवा नेता की छवि के तौर पर आए ऐसे समय में जब राहुल गांधी सक्रिय तौर पर नजर आते थे अब राहुल खुद गायब हैं और हार्दिक परेशान है कि किससे वे अपनी समस्या की सुनवाई कराए। कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी के कांग्रेस में शामिल होने के समय हार्दिक भी उन्ही के साथ नजर आते हैं। एक युवा शक्ति के तौर पर।
आखिर क्यों नाराज हैं हार्दिक (Hardik Patel) ?
किसी भी नेता की नाराजगी केवल एक कारण से नही होती है इसका कोई एक सीधा कारण नहीं. कुछ दिनों पहले से गुजरात कांग्रेस में नरेश पटेल जी के शामिल होने के अनुमान लगाए जा रहे है, ऐसा अनुमान है कि उनके पार्टी में शामिल हो जाने से हार्दिक अपना कद पार्टी में छोटा पाएगें।
जानिए कौन है प्रशांत किशोर जिनके कांग्रेस में शामिल होने से मचा है बवाल
हार्दिक (Hardik Patel) की नाराजगी का एक और कारण यह भी है कि कहने को तो हार्दिक कार्यकारी अध्यक्ष हैं लेकिन उनके हाथों में कोई भी पावर नहीं उनकी आला कमान (राहुल – प्रियंका) से बात हो पाती है न ही उनकी किसी प्रकार की सुनवाई होती हैं क्योंकि गुजरात में नेता अपने स्वयं के वर्चस्व के चलते अपनी सीट जीतते है यानी हार्दिक के कांग्रेस में आने के बाद वे किसी प्रकार से अतिरिक्त शक्तिशाली नही हुए।
जानिए कौन है नरेश पटेल –
बता दे नरेश पटेल एक पाटीदार नेता है जो कि पिछले एक दशक से गुजरात की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहें, इन दिनों नरेश पटेल प्रशांत किशोर से मिलते हुए नजर आ रहें, प्रशांत भी आखिरी बार राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस की सहायता से भारत में विपक्ष स्थापित करने का प्रयास कर रहें । इसके पहले नरेश पटेल की AAP पार्टी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी लेकिन पंजाब से। नरेश एक बिजनेस मैन है और नेता भी ऐसे में BJP के खिलाफ जा कर कांग्रेस में शामिल होना किस प्रकार से गुजरात की राजनीति की राजनीति में नया मोड़ लाएगा।
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी भी चाहते है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हों । CM गहलोत 2017 में गुजरात चुनाव के मुखिया भी थे।
हार्दिक (Hardik Patel) के पिता जी की मृत्यु के उपरांत कांग्रेस के नेता हार्दिक के साथ नजर नहीं आए लेकिन BJP के नेता यहां तक की सीधा PM मोदी ने खुद उनसे बात कर खेद व्यक्त किया। हार्दिक पटेल ने अपने पिता के मृत्यु संस्कार पर चार हजार भगवत गीता बांटने की बात कही थी। ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस के नेता खुद नहीं चाहते कि हार्दिक उनकी पार्टी में रहें । हार्दिक (Hardik Patel) खुद कहते है कि उन्हे राहुल गांधी और किसी नेता से समस्या नहीं वे खुद कांग्रेस को गुजरात में आगे लेकर जाना चाहते हैं।
बेसक (Hardik Patel) हार्दिक कांग्रेस के अन्दर स्वतंत्रता चाहते है वे अपनी आवाज भी बुलन्द भी कर रहें क्या वे BJP में जाकर मोदी और शाह के शासन में वे इस तरह के स्वर उंचे कर पाएंगे? अगर ऐसा हुआ तो शायद ये देखना दिलस्प और पहले ऐसे नेता कहलाएगें।