राम नरेश
पटना । सनातन नववर्ष विक्रम संवत् 2081 के शुभारंभ यानी वर्ष प्रतिपदा पर पटना के महावीर मंदिर में हनुमान जी के दोनों विग्रह स्वर्ण जड़ित मुकुट और हार से सुशोभित हुए। सुबह के श्रृंगार के समय हनुमानजी को स्वर्ण जड़ित मुकुट-हार पहनाया गया। इसके बाद हनुमान जी के दोनों विग्रहों समेत राम-दरबार की आरती हुई।
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि भारत सरकार की संस्था मेटल्स एंड मिनरल्स ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से एकदम शुद्ध सोना खरीदकर चेन्नई की एजेंसी से स्वर्ण जड़ित मुकुट और हार बनवाया गया। इसमें 24 कैरेट के 999.9 की शुद्धता का 160 ग्राम सोना लगा है। सोने की कीमत 10.99 लाख रुपये है।
मुकुट और हार बनवाने पर 1.24 लाख रुपये खर्च हुए हैं। शुद्ध सोने से बने स्वर्ण जड़ित मुकुट और हार के इस जोड़े की कुल कीमत 12.23 लाख रुपये है। आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि 9 अप्रैल को नव संवत्सर वर्ष प्रतिपदा और मंगलवार के अति शुभ संयोग पर आज हनुमान जी ने इसे धारण किया।
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि महावीर मंदिर में रामनवमी की तैयारियां भी शुरू हो गयी हैं।
महावीर मंदिर का रंग-रोगन कराया जा रहा है। भक्तों के लिए रास्ते में पंडाल आदि का निर्माण भी जारी है। रामनवमी के दिन भक्तों के लिए महावीर मंदिर का पट तड़के 2 बजे ही खुल जाएगा। भक्तों की संभावित भीड़ के प्रबन्धन के लिए भी आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं। रामनवमी के दिन 20 हजार किलो नैवेद्यम तैयार करने की योजना है।
रामनवमी को रामलला के प्राकट्य अवसर पर महावीर मंदिर के ऊपर फूलों की बारिश करायी जाएगी।आज से महावीर मंदिर में दोनों पहर दरिद्रनारायण भोज कराया जाएगा। महावीर मंदिर में वर्षों से दोपहर को निःशुल्क दरिद्र नारायण भोज कराया जाता रहा है।
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि राम रसोई और सीता रसोई की तर्ज पर जरूरतमंदों के लिए दरिद्र नारायण भोज भी अब दोनों पहर चलेगा। आज से दोपहर 12 बजे और शाम 7 बजे निःशुल्क दरिद्र नारायण भोज कराया जाएगा। दोनों पहर निःशुल्क साधु सेवा भी पूर्ववत चलेगा।