दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने 19.3 करोड की राशि आवंटित

एनएच और आरसीडी की सड़कों पर पांच व्यक्ति की मौत प्रतिदिन

अभिजीत पाण्डेय

पटना। बिहार मे लगभग छह सड़क हादसे होते हैं,इन हादसों मे घायलों मे से औसतन पांच व्यक्ति की मौत प्रतिदिन हो जाती है।
सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं एनएच और आरसीडी की सड़कों पर ही होती है।

पुलिस मुख्यालय द्वारा परिवहन विभाग को भेजै गये रिपोर्ट के मुताबिक कुल दुर्घटनाओं के 86 फीसदी घटनाएं एनएच पर हुई। इनमें से 45 फीसदी दुर्घटनाएं स्टेट हाईवे पर हुई। वर्ष 2023 में कुल 2,142 दुर्घटनाएं बिहार से गुजरने वाली 6 एनएच पर हुई। इसमें 1,734 घायलों की मौत हो गई। सबसे अधिक 539 दुर्घटनाएं एनएच-31 पर हुई। इसमें 431 लोगों की मौत हुई।

वहीं इस मामले में मुजफ्फरपुर होकर गुजरने वाला एनएच-28 दूसरे नंबर पर रहा। कोटवा-मुजफ्फरपुर- बरौनी एनएच-28 पर कुल 459 दुर्घटनाएं हुई। जिसमें 406 लोगों की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर-दरभंगा पूर्णिया एनएच-57 पर 326 दुर्घटनाओं में 297 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा एनएच-30 पर कुल 367 दुर्घटनाओं में 299, एनएच-19 पर कुल 268 दुर्घटनाओं में 216 लोगों की मौत हुई। जबकि, राज्य में सबसे कम 183 दुर्घटनाएं एनएच-2 पर हुई। इसमें मात्र 85 लोगों की मौत हुई।

एनएच और एसएच पर हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने 19.3 करोड की राशि आवंटित की है। इस राशि से इंटरसेप्टर वाहनों की खरीदारी होनी है। 23 वाहनों की खरीद कर ली गई है। जबकि 33 की खरीद प्रक्रियाधीन है। इसे इसी माह खरीद लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है। सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों के तुरंत इलाज के लिए एनएच किनारे अवस्थित फर्स्ट रिस्पॉन्स सेंटर बनाया जाएगा। जिले के कांटी, मोतीपुर, बोचहां, कुढ़नी, गायघाट पीएचसी को इसके लिए अपग्रेड किया जाएगा।

यहां तैनात एंबुलेंस की मैपिंग कराई जाएगी। जरूरत पड़ने पर घायल को तुरंत एंबुलेंस से हायर सेंटर रेफर किया जा सकेगा ताकि उसकी जान बचाई जा सके।

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *