गया की डिप्टी मेयर सब्जी बेचने पर मजबूर

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 बोली:ना कोई मीटिंग में बुलाता और ना ही कोई जानकारी मिलती है

 गया। बिहार के गया जिले की डिप्टी मेयर चिंता देवी इन दिनों शहर की केदारनाथ मंडी में सब्जी बेच रहीं हैं। पूछने पर चिंता देवी गुस्से में कहती हैं, ‘काहे का डिप्टी मेयर न गाड़ी, न घोड़ा और न कोई सुविधा। निगम के अधिकारी और कर्मी सम्मान तक नहीं देते। उनका कहना है कि कोई किसी भी काम की जानकारी उन्हें नहीं दी जाती है, न ही किसी बैठक में बुलाया जाता है। डिप्टी मेयर ने कहा कि वो आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं, ऐसे में परिवार के लिए एक बार फिर सब्जी बेचना शुरू किया है। नगर निकाय चुनाव में आरक्षित सीट से 2022 में चिंता देवी पहली बार करीब 23 हजार मतों से चुनाव जीती थीं। इससे पहले करीब 30 साल तक गया नगर निगम में सफाई कर्मी थीं, साथ ही मंडी में सब्जी बेच जीविका चलाती थीं। डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि जनता ने वोट देकर हमें यहां तक पहुंचाया है, ताकि उनकी आवाज को उठा सकूं, उनकी परेशानियों को दूर कर सकूं, लेकिन अफसोस इस बात का है कि मेरी ही न कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। चिंता देवी ने अपनी आर्थिक तंगी का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बेटी की शादी के लिए 3 लाख रुपए का कर्ज लिया था, जिसे चुकाना मुश्किल हो रहा है। चिंता देवी का कहना है कि ‘जब से चुनाव जीती हूं, तब से भेदभाव और राजनीतिक साजिशों का सामना करना पड़ रहा है। मान-सम्मान नहीं मिलेगा तो हम क्या करेंगे? मजबूरी में सब्जी बेचने लगी हूं। उन्होंने दावा किया कि वो एक महीने से सब्जी बेच रहीं हैं। गया के मेयर गणेश पासवान का कहना है कि डिप्टी मेयर सरकार और उनके अफसर से खफा है। मेयर, डिप्टी मेयर को किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। डिप्टी मेयर को न तो कोई आवास है और न ही गाड़ी मिली है। डिप्टी मेयर को मासिक वेतन 10000 तय है लेकिन वह कभी समय से नहीं मिलता है। हमेशा दस से बारह महीने बाद ही उन्हें उनका वेतन मिलता है। डिप्टी मेयर चिंता देवी, गया नगर निगम में 30 साल तक बतौर सफाई कर्मी सेवा दी है। उन 30 सालों में चिंता देवी ने सिर पर मैला ढोया, कूड़ा उठाया, सड़क पर झाड़ू लगाया। 2020 में सेवा से रिटायर्ड हुईं। दो साल बाद यानी 2022 में डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव लड़ीं। चिंता देवी को 50 हजार 664 वोट मिले थे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 16 हजार वोट से हराया था। इनकी 4 संतान है, जिसमें दो लड़का और दो लड़की है। एक लड़का और एक लड़की गया नगर निगम में कार्यरत हैं। सफाई कर्मी यूनियन की जबरदस्त जुझारू नेता भी रही हैं।

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