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एक अप्रैल से जमीन पर नहीं, बेंच पर बैठकर पढ़ेंगे बच्चे

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  राजगीर। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक शुक्रवार की शाम राजगीर के सर्किट हाउस पहुंचे गया से उन्हें 1:00 बजे नालंदा के स्कूलों का निरीक्षण करना था लेकिन काटपकर कर्म से हुए 5:00 बजे राजगीर पहुंचे इस दौरान पूरे दिन राजगीर और आसपास के शिक्षक हलकान रहे सर्किट हाउस में भोजन उपरांत अपर मुख्य सचिव द्वारा जिले के पदाधिकारी के साथ समीक्षात्मक बैठक की गई बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी के अलावा सभी डीपीओ और इंजीनियरिंग सेल के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में एसीएस के के पाठक ने जिले के विभागीय अधिकारियों से कहा कि विद्यालयों की व्यवस्था और गुणवत्ता पूर्ण को हर हाल में सुधारें। वैसे विद्यालयों को चिन्हित करें, जहां आवश्यक सुविधाओं का अभाव है। विद्यालयों में शिक्षकों और नामांकित छात्र- छात्राओं की उपस्थिति शतप्रतिशत करने की हिदायत देते हुए एसीएस ने गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पर जोर दिया। जिस विद्यालय में छात्रों की तुलना में शिक्षक अधिक हैं या कम हैं उसकी भी जानकारी संग्रह करने का आदेश जिम्मेदार पदाधिकारियों को दिया गया है। जिस विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य ठीक नहीं है। उसकी रिपोर्ट अगले दो दिनों में राज्य मुख्यालय भेजने का आदेश दिया गया है। उन्होंने बैठक में कहा ओ हर हाल में शिक्षा व्यवस्था सुधारनी चाहिए। बैठक के दौरान ही इंजीनियरिंग सेल के पदाधिकारी को तलब किया गया। योजनाओं को समय पर पूरा नहीं करने के कारण उन्हें कड़ी फटकार लगाते हुए हिदायत भी दी गई समय पर उनके द्वारा कार्यक्रमों को निष्पादित करना सुनिश्चित करें। बैठक में अपर मुख्य सचिव द्वारा निर्देश दिया गया है कि अगले वित्तीय वर्ष की पहली तारीख से किसी भी स्कूल के छात्र-छात्राएं जमीन और दरी पर बैठकर पठन-पाठन का कार्य नहीं करेंगे। हर हाल में सभी विद्यालयों में बच्चों को बैठने के लिए बेंच और डेस्क की व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिये। इस बाबत नालंदा जिला को 22 करोड रुपए योजना और स्थापना मद में आवंटन दिया गया है। अपर मुख्य सचिव के के पाठक की समीक्षा बैठक में डीईओ, सभी संभाग के डीपीओ शामिल हुए।

बैठक में जिले के प्राथमिक विद्यालय, मध्य विद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में बेंच डेस्क की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली गयी। जिले के प्राथमिक- माध्य विद्यालयों में थाली खरीद से संबंधित अध्ययन स्थिति का जायजा एसीएस द्वारा लिया गया। डीईओ ने बताया कि जिले के 90 फीसदी विद्यालयों को थाली उपलब्ध करा दिया गया है। जिले में 15 केन्द्रों पर बीपीएससी टीआरईथ्री परीक्षा होने की जानकारी एसीएस को दी गयी। उन केन्द्रों पर 9870 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। नालंदा जिले के प्राथमिक विद्यालयों में बन रहे विद्यालय भवन, चारदीवारी, शौचालय, किचेन की उपलब्ध सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। सभी विद्यालयों के बच्चों को स्कॉलरशिप, ड्रेस, पुस्तक ससमय उपलब्ध कराने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया गया है। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार, पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी जियाउल होदा खान, डीपीओ (माध्यमिक शिक्षा) मो शाहनवाज, डीपीओ अनिल कुमार, डीपीओ राजन कुमार गिरी, इंजीनियर सुनील कुमार एवं अन्य पदाधिकारी शामिल हुए। इस अवसर पर अल्प वेतन भोगी अनुसेवकों द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में अपर मुख्य सचिव को वेतन बढ़ाने के लिए मांग पत्र सौंपा गया है।