डॉ. सुनीलम
संघर्ष करो !
क्योंकि तुम जिंदा हो ।
क्योंकि तुम्हें चुपचाप जुल्म सहने की आदत नहीं है।
क्योंकि तुम अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचार, शोषण और लूट के खिलाफ हो।
क्योंकि तुम दुनिया बदलना चाहते हो।
क्योंकि तुम नई दुनिया बनाना चाहते हो।
क्योंकि तुम नई दुनिया बसाना चाहते हो।
क्योंकि तुम सच्चाई के साथ खड़े रहना चाहते हो ।
क्योंकि तुम किसी से डरते नहीं हो।
क्योंकि तुम्हें डरपोक रहकर जीना पसंद नहीं है।
क्योंकि तुम जिन मूल्यों के साथ जीना चाहते हो, वह खतरे में है।
क्योंकि तुम्हारे पास संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
यदि फिर भी संघर्ष करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हो तो …
संघर्ष के पक्ष में खड़े हो।
संघर्ष के पक्ष में लिखो।
संघर्ष के पक्ष में बोलो।
संघर्ष के पक्ष में तर्क करो।
संघर्ष की आवश्यकता का प्रचार करो।
यह भी नहीं कर सकते तो..
संघर्षों की कहानियां लोगों को सुनाओ ।
संघर्षों के गीत गाओ।
संघर्ष करने वालों को हर तरह का सहयोग दो।।
यह बताओ कि संघर्ष करने वाले ही इतिहास बनाते हैं ।
यह बताओ कि संघर्ष करने वाले ही इतिहास बदलते हैं।।
संघर्ष करने वाले ही शहीद होकर
अमर हो जाते हैं।