ब्राज़ीलियाई फुटबॉल खिलाड़ी Pele ने 29 दिसंबर को आखिरी सांस ली। उन्होंने 82 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह दिया, पेले के निधन की खबर उनकी बेटी केली नेसिमेंटो ने इंस्टाग्राम के जरीए दी। उनकी बेटी ने लिखा, “हम जो कुछ भी हैं, उसकी बदौलत हैं. हम आपसे असीम प्यार करते हैं. ”
विश्व के महान फुटबॉलर्स में से एक पेले को कोलन कैंसर था, जिससे वो जूझ रहे थे, ऐसे में 29 नवंबर को उन्हें सांस की समस्या हुई जिसके बाद उन्हें साओ पाउलो के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
Pele – एक महान फुटबॉलर
ब्राजील के फुटबॉल आइकन Pele का असली नाम एडसन एरंटेस डो नासिमेंटो था, वे 3 बार फीफा (फीफा) विश्व कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी रहे हैं। पेले का जन्म 23 अक्टूबर सन 1940 को ब्राजील के मिनास गेराइस में हुआ था। उनके पिता का नाम डोनडिन्हो था जो क्लब लेवल फुटबॉल खिलाड़ी थे। पेले को कई अन्य नामों से भी जाना जाता था, जैसे – पेले को ‘ब्लैक पर्ल’, ‘किंग ऑफ फुटबॉल’ और ‘किंग पेले’। पेले 20वीं सदी के सबसे ज्यादा महंगे फुटबॉलर्स में से एक थे। 1995 -1998 तक पेले ब्राज़ील के खेल मंत्री भी रह चुके हैं, इसी के साथ साथ उन्हें 1999 में अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक कमेटी ने सदी का बेस्ट एथलीट भी चुना था।
पेले ने 17 साल की उमर में जीता विश्व कप
1958 में पेले 17 साल के जब ब्राजील पहली बार वर्ल्ड कप जीत कर चैंपियन बना। हमें विश्व कप में पेले ने सेमीफाइनल में फ्रांस को 5-2 से हरा कर शानदार जीत दर्ज कर हैट्रिक बनाया है। उसके लिए वर्ल्ड कप में पेले ने 6 गोल दागे, जिसके लिए उन्हें ‘बेस्ट यंग प्लेयर’ का अवॉर्ड भी मिला था। इसके बाद उहोन 1962 या 1970 में भी ब्राजील के लिए विश्व कप जीता, जिस वजसे उन्होंने सबसे ज्यादा बार वर्ल्ड कप जीतने का भी रिकॉर्ड बनाया।
19 नवंबर को है ‘पेले डे’
पेले ने अपने करियर में कुल 1363 मैच खेलकर 1279 गोल दागे। पेले ने 19 नवंबर 1969 को 1000वां गोल दागा था, उनके इस 1000वें गोल की याद में सैंटोस शहर में 19 नवंबर को ‘पेले डे’ मनाया जाता है।