मानव तस्करी के शक में फ्रांस में 4 दिन रोक कर रखा गया फ्लाइट मुंबई पहुंचा

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मानव तस्करी के शक में चार दिनों से फ्रांस की राजधानी पेरिस के पास एक एयरपोर्ट पर फंसा हुआ विमान आखिरकार आज भारत पहुंच गया है। आज फ्लाइट की मुंबई में लैंडिंग हुई है। एयरपोर्ट पर फ्रांसीसी अधिकारियों ने मानव तस्करी के संदेह के आधार पर हिरासत में लेने के चार दिन बाद एक रोमानियाई विमान आज 303 यात्रियों को लेकर पहुंचा है। रोमानिया की कंपनी का यह विमान ने दुबई से उड़ान भरी थी, वह यात्रियों को लेकर निकारागुआ जा रहा था। मानव तस्करी के शक में विमान को रोका गया था। अब क्या है ये पूरा मामला चलिए आपको बताते है

नमस्कार में सुंबीक गुप्ता और आप देख रहे THE NEWS 15

मानव तस्करी के शक में चार दिन पहले फ्रांस में एक प्लेन को रोका गया था. पर अब चार्टर प्लेन आखिरकार मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड हो गया है. इस मामले को लेकर एक अधिकारी ने बताया कि प्लेन 276(छियात्तर ) यात्रियों को लेकर भारत पहुंचा. इस विमान में ज्यादातर भारतीय हैं. उन्होंने आगे बताया कि विमान एयरबस A-340 सुबह चार बजे के आसपास मुंबई पहुंचा. इस विमान ने वहां के टाइम के हिसाब से 2:30 बजे पेरिस के पास वैट्री हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी.

लेकिन इसमें देरी हुई। बताया गया कि विमान में 50 यात्री लौटना नहीं चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने फ्रांस में रहने के लिए अर्जी दी है। बाद में यह विमान कुछ यात्रियों को छोड़कर मुंबई के लिए निकला। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि विमान में कितने यात्री सवार हैं। माना जा रहा है कि जिन्होंने शरण के लिए आवेदन नहीं किया है, वे कम से कम सवार नहीं हैं।

रोमानिया की Legend Airlines के इस विमान में 303 यात्री सवार थे, जिनमें ज्यादातर भारतीय हैं। यह विमान दुबई से निकारागुआ के लिए निकला था और तेल भरने के लिए फ्रांस के वाट्री एयरपोर्ट पर गुरुवार को उतरा था। इस दौरान फ्रांस के अधिकारियों को सूचना मिली की इसमें मानव तस्करी के पीड़ितों को ले जाया जा रहा है, तो विमान को उड़ान भरने से रोक दिया गया। रविवार को चार जजों ने एयरपोर्ट परिसर पर ही यात्रियों से पूछताछ की। इसके बाद रविवार को ही फ्रांस के अधिकारियों ने इस A 340 विमान को यात्रा फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी।

फ्रांस के मीडिया ने सोमवार को बताया कि कुछ यात्री सेंट्रल अमेरिका के निकारागुआ की अपनी यात्रा जारी रखना चाहते हैं। दो यात्रियों को यात्री का मंजूरी नहीं मिली है और उन्हें आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। फ्रांस के मीडिया ने कहा कि वे सभी यात्री जो पुलिस हिरासत में नहीं हैं और जिन्होंने शरण के लिए आवेदन नहीं किया है, उनके रवाना होने की उम्मीद है।

11 भारतीय नाबालिग हैं, जिनके पैरेंट्स साथ नहीं…। 300 भारतीयों में एक 21 महीने का बच्चा और 11 भारतीय नाबालिग हैं, जिनके माता-पिता उनके साथ नहीं हैं। जजों की पूछताछ के दौरान कुछ लोग हिंदी में बात कर रहे थे तो कुछ लोग तमिल भाषा बोल रहे थे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि प्लेन में साउथ इंडिया के लोग भी मौजूद थे।

एयरपोर्ट पर ही रहने-खाने का इंतज़ाम कीया गया था फ्रांस ने सभी लोगों के लिए एयरपोर्ट पर ही रहने और खाने की व्यवस्था की थी। बच्चों की पढ़ाई के लिए ट्यूटर रखे गए थे। यहां रोज भारत के अधिकारी उनसे मुलाकात कर रहे थे। वहीं, फ्रांस ने फ्लाइट ऑपरेट कर रहे प्राइवेट जेट के क्रू मेंबर्स से भी पूछताछ की थी। इसके बाद उन्हें आजाद कर दिया गया था।

एयरलाइंस की वकील ने मानव तस्करी में किसी भी तरह से शामिल होने से इनकार किया है। फ्रांस में मानव तस्करी के लिए 20 साल तक की सजा का प्रावधान है। खबरों के मुताबिक, यात्रियों ने सेंट्रल अमेरिका के निकारागुआ के जरिए अवैध रूप से अमेरिका या कनाडा में घुसने की योजना बनाई होगी। गुमनाम सूचना पर इसे रोका गया था।

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