रानीगंज- रानीगंज हाई स्कूल में मैनेजिंग कमिटी गठन से संबंधित शिक्षक और शिक्षाकर्मी चुनाव पर लंबे समय से चली आ रही असमंजस की स्थिति पर आखिरकार पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अंतिम निर्णय दे दिया। पांच पन्नों की विस्तृत निर्देशिका अब स्कूल में पहुंच चुकी है, जिसमें चुनाव प्रक्रिया को वैध ठहराते हुए इसे निष्पक्ष और पारदर्शी घोषित किया गया है।
13 मार्च 2023 को हुए चुनाव में शिक्षक तथागत हलदार ने 36 में से 36 वोट पाकर शीर्ष स्थान प्राप्त किया। उनके साथ रत्ना मुखर्जी (33 वोट),देबाशीष सरकार (34 वोट), और गौतम बारिक (35 वोट) क्रमशः टीआर और एनटीआर के रूप में निर्वाचित हुए।
हालांकि, चुनाव परिणाम को चुनौती देते हुए बिजय दास,स्नेहाशीष भट्टाचार्य,और सौमित्र कुमार मान ने हाईकोर्ट की सिंगल बेंच में याचिका दायर की। याचिकाकर्ताओं को क्रमशः तीन, दो और एक वोट मिले थे। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाते हुए पुनर्विचार की मांग की।
माध्यमिक शिक्षा परिषद का निर्णय
हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा परिषद को जांच और निर्णय देने का निर्देश दिया। परिषद के अध्यक्ष रामानुज गांगुली ने सभी पक्षों की दलीलें और साक्ष्य सुनने के बाद यह स्पष्ट कर दिया कि 13 मार्च 2023 को हुआ चुनाव निष्पक्ष, स्वच्छ और पारदर्शी था।
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव को लेकर लगाए गए आरोप आधारहीन और अव्यवहारिक हैं। इसके साथ ही, परिषद ने यह निर्णय लिया कि स्कूल प्रशासन के खिलाफ इस मामले में अब कोई भी कार्रवाई नहीं की जाएगी।
इस फैसले के साथ ही रानीगंज हाई स्कूल की मैनेजिंग कमिटी के शिक्षक और शिक्षाकर्मी चुनाव को लेकर जारी विवाद का समाधान हो गया है। यह निर्णय विद्यालय प्रशासन और शिक्षकों के लिए एक राहत लेकर आया है।