वीके सिंह समेत राजपूत सांसदों के टिकट काटने को जोड़ लिया अपने अपमान से
बीजेपी को सबक सिखाने के लिए गांव गांव की जा रही है कि पंचायतें
शक्ति प्रदर्शन कर बीजेपी को अपनी ताकत दिखाना चाहता है राजपूत समाज
ननौता में हुई महापंचायत ने बीजेपी में पैदा कर दी है बेचैनी
11 को मेरठ के सिसौली में तो 16 को खेड़ा सरधना में है राजपूत समाज की महापंचायत
चरण सिंह
नई दिल्ली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजपूतों की बीजेपी के खिलाफ लामबंदी ने राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। राजपूत समाज के सांसदों के टिकट को अपमान से जोड़कर राजपूत समाज के नेता गांव गांव पंचायत कर राजपूतों को बीजेपी के खिलाफ लामबंद कर रहे हैं। किसान नेता और राजपूत समाज के नेता ठाकुर पूरन सिंह के नेतृत्व में ननौता में हुई राजपूत समाज की महापंचायत ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। जगजाहिर है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजपूत समाज बीजेपी का एकतरफा वोटबैंक रहा है। इन लोकसभा चुनाव में राजपूत समाज ने गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह समेत कई राजपूत सांसदों के टिकट कटने को अपना अपमान समझा है।
राजपूज समाज ने ननौता में एक महापंचायत की बीजेपी का विरोध जताने के तुरंत बाद अब 11 को सिसौली मेरठ और 16 को खेड़ा सरधना में महापंचायत रख दी है। राजपूत समाज राजपूत सांसदों के टिकट काटने को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ग्राफ नीचे लाने का षड्यंत्र मान रहा है। राजपूत समाज के लोग खुलेआम भले ही न बोल रहे हों पर योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बीजेपी नेतृत्व दवारा रचे जा रहे षड्यंत्र की बात सामने आ रही है। राजपूत समाज ने राजपूत सांसदों के टिकट काटने के साथ ही केंद्र सरकार की अग्निीवीर योजना का भी विरोध जताया है। राजपूत समाज का मानना है कि अग्निवीर योजना लाकर बीजेपी ने राजपूत समाज के युवाओं को सेना में जाने से रोक दिया है। राजपूत समाज के नेता गांव गांव जाकर लोगों को बीजेपी के खिलाफ लामबंद कर रहे हैं। जिस तरह से ननौता में ठाकुर पूरन सिंह और उनकी टीम के लोगों को बीजेपी को ललकार दिया है। उसको देखकर ऐसा लग रहा है कि इस बार राजपूत समाज शक्ति प्रदर्शन करने के मूड में। इन नेताओं का कहना है कि जब भाजपा शक्ति प्रदर्शन को ही मानती हैै तो फिर शक्ति प्रदर्शन ही होगा।
इन नेताओं का कहना है कि बीजेपी पश्चिमी उत्तर को जाट लैंड समझती है। यहां पर राजपूत समाज बड़ी संख्या में है। गाजियाबाद लोकसभा सीट राजपूत समाज के ६ लाख तो गौतमबुद्धनगर में 4 लाख वोट होने का दावा ये नेता कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर लोकसभा सीट पर राजपूत समाज का दावा था पर किसी राजपूत को टिकट न दिया।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शांत रहने वाले राजपूतों की यह हुंकार भारतीय जनता पार्टी के लिए आफत लेकर आने वाली है। इन नेताओं ने पंचायत में संकल्प लिया है कि अब बीजेपी को सबक सिखाकर ही दम लेंगे।
दरअसल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति बड़ी आक्रामक रही है। यहां की जमीन राजनीति के हिसाब से बड़ी उपजाऊ मानी जाती है। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर समेत कई जिलों मे राजपूत बड़ी संख्या में निवास करते हैं।
राजपूत समाज के बीजेपी के खिलाफ हुंकार भरने का एक बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है कि ये लोग राजपूत समाज के टिकट करने को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कद कम करने के रूप में देख रहे हैं। राजपूतों की इस हुंकार से भारतीय जनता पार्टी बेचैन हो उठी है। अब देखना यह होगा कि राजपूतों की यह हुंकार लोकसभा चुनाव में क्या असर दिखाती है ।