समस्तीपुर/पूसा। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में अनुकंपा पर नियुक्ति की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन की तैयारी कर रहे दर्जनों आश्रितों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। आश्रितों द्वारा प्रशासनिक भवन के पास अनशन स्थल तय करने की मांग के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुनसान और जोखिम भरे इलाके में अनशन स्थल तय किया, जिससे आक्रोश बढ़ गया है।
भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने इसे “आश्रितों को तंग करने की साजिश” करार देते हुए कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, “इस ठंड में सुनसान और सड़क दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात स्थान पर अनशन स्थल तय करना अमानवीय है। विश्वविद्यालय प्रशासन पूर्व में तय धरना स्थल को ही बहाल करे, अन्यथा बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।”
जिला कमिटी सदस्य रौशन कुमार ने 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान शहीद हुए पीठासीन अधिकारी विनोद राय के पुत्र मिथिलेश कुमार की अनुकंपा नियुक्ति का मामला उठाते हुए बताया कि आवेदन की सभी प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद अब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया। यह परिवारों को आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का प्रमाण है।
आश्रित परिवारों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरी करने और उचित अनशन स्थल सुनिश्चित करने की मांग की है। भाकपा-माले ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो चरणबद्ध आंदोलन शुरू होगा।