नई दिल्ली/शिमला। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, जय किसान आंदोलन व स्वराज अभियान हिमाचल के नेता डॉ. अशोक कुमार सोमल ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जो विश्वासघात दिवस किसान मना रहे हैं। हमारा हिमाचल का संगठन भी केंद्र सरकार के खिलाफ विश्वासघात दिवस मना रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र के किसानों के साथ वादा खिलाफी के लिये केंद्र की मोदी सरकार का पूरजोर विरोध करते हैं! जय किसान आंदोलन हिमाचल की तरफ से व हिमाचल के किसान संयुक्त मोर्चा के हिस्सा होने के नाते हम सभी किसान संगठन से जुड़े साथियों से निवेदन है कि सभी अपने अपने स्तर पर जरूर रोष प्रकट करें व केंद्र सरकार की किसानों के साथ हुए वायदे खिलाफी के विरुद्ध आवाज बुलंद करें!
अशोक कुमार सोमल का कहना है कि केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा से वायदा किया है कि केंद्र सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिये समिति बनाने की सहमति के साथ दूसरे मसले यानी आंदोलन के समय किसानों पर बने आपराधिक केस बापिस लेना ! आंदोलन के समय मृत्यु को प्राप्त हुए 700 शहीदों के परिवारों को आर्थिक मदद देने व उत्तर प्रदेश के लखनपुर में किसानों को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा के बेटे द्वारा तथाकथित छड़यँत्र के तहत कुचलने पर राज्य गृहमंत्री को बर्खास्त करने व प्रस्तावित बिजली बिल को पारित न करने जैसे मांगों को हल करने पर केंद्र सरकार ने एक महीने का समय बीत जाने पर कुछ नहीं किया! अतः देश भर के किसान केंद्र के इस उदासीन रबैया से बहुत नाराज हैं इसलिये इस वायदाखिलाफी के खिलाफ देश भर में किसान द्वारा विश्वासघात दिवस मना कर केंद्र सरकार को सन्देश दिया जा रहा है कि किसान पुनः आदोलन करने के लिये मन बना चुका है! अतः हमारी केंद्र सरकार से विनती है कि केंद्र सरकार किसानों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक शीघ्र निर्णय ले और किसान संघर्ष मोर्चा के साथ संवाद शीघ्र बनाये! और किसानों की मांगों को जिसे सरकार ने हल करने का लिखित आश्वासन दिया है शीघ्र मंजूर कर किसानों को राहत दी जाए!
हिमाचल प्रदेश में किसान मना रहे विश्वासघात दिवस
द न्यूज 15