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नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दापफाश, 15 गिरफ्तार

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ऋषि तिवारी
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर की सेक्टर-58 थाना पुलिस ने अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। सेक्टर-59 में चल रहे इस कॉल सेंटर के संचालक समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।
जो कि मुंबई से एक माह पहले नोएडा में शिफ्ट हुए अमेरिकी नागरिकों के साथ ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर है। पुलिस ने तीन महिलाओं समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया। ये लोग अमेरिकी नागरिकों के सिस्टम पर पॉप अप भेजकर उनका बैंक खाता हैक होने का डर दिखाते थे। बताते थे आपका खाता सीज किया जा रहा है। इसे वापस खोलने के लिए ये बहुत सा पैसा नागरिकों से वसूल करते थे।

डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि सेक्टर-58 क्षेत्र में फर्जी कॉल सेंटर के बारे में शिकायत मिली थी। इसके बाद पूरी टीम को सेक्टर-58 थाना क्षेत्र में संचालित हो रहे इस कॉल सेंटर में भेजा गया। जांच पड़ताल में सामने आया कि ये लोग अमेरिकी नागरिकों से ठगी कर रहे थे। इस मामले में 15 लेागों की गिरफ्तारी की गई। जिसमें 3 महिलाएं शामिल है। इनकी पहचान निखिल राणा, वीरेंद्र रावत, समीर, संकेत शाह, मोहम्मद अली, शाहरुख खान, खान मोहम्मद दानिश, हरीश, नुमेर, .शिवम यादव, अरबाज, उबैद हुई है। इनमें से अधिकांश मुंबई निवासी है। वहीं महिलाओं में अमांडा , वेनसोन और कविनय शामिल है। ये मणिपुर की रहने वाली है। इनके पास से 27 लैपटाप, 16 मोबाइल, 1 इंटरनेट राउटर, दो इंटरनेट स्विच, 20 हेड फोन बरामद किया गया। इस मामले में सामी, वसीम और मोंटू फरार है।

डीसीपी ने बताया कि नोएडा में अभी एक महीने से थे। इससे पहले ये लोग मुंबई में अपना कॉल सेंटर चला रहे थे। इनके खातों की जांच की जा रही है। साथ ही डेटा चेक किया जा रहा है कि इन लोगों ने कितने अमेरिकियों के साथ ठगी की। इनके गैंग में लड़कियां ही अधिकतर फोन कॉल पर बात करती थी। क्योंकि ये सभी नार्थ ईस्ट की है। और इनकी इंग्लिश का पैटर्न अमेरिकी से काफी मिलता था। ऐसे में अमेरिकी नागरिक जल्दी इनकी बातों में आ जाते थे।

 

कैसे करते थे ठगी

 

डीसीपी ने बताया कि ये लोग अमेरिका में कस्टमर के सिस्टम पर पॉप अप भेज भेज कर उसके सिस्टम को हैक कर देते थे। और मैसेज भेजकर बैंक खाता हैक होने का डर दिखाया जाता था। इसी मैसेज में टेक सपोर्ट देने के नाम पर इनका मोबाइल नंबर होता था। जैसे ही अमेरिकी नागरिक इनको फोन करता था। ये अपने को माइक्रोसॉफ्ट या अन्य प्रतिष्ठित संस्थान का कर्मचारी बनकर बात करते थे। इसके बाद बैंक खाते की सुरक्षा व कंप्यूटर ठीक करने के नाम पर उससे बिटकॉइन व एप्पल ,वॉलमार्ट या फ्लिपकार्ट के कार्ड के रूप में पैसा लेते थे। यह कस्टमर से कार्ड नंबर लेकर उसको टेलीग्राम ग्रुप पर डालते थे। जिसे मोन्टू कैश करता था। इस पूरे गैंग का लीडर निखिल राणा है। ये कॉल सेंटर रात में आपरेट करते थे।