
डीडीसी ने की ग्रामीण विकास के कार्यों की समीक्षा
मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
जिला उप विकास आयुक्त शंभू शरण पांडेय ने आज समाहरणालय स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद सभागार में ग्रामीण विकास अंतर्गत पीएम आवास, मनरेगा, जल जीवन हरियाली, वृक्षारोपण एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े हुए कार्यों के प्रगति की समीक्षा की।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की समीक्षा में पाया कि वित्तीय वर्ष 2024-26 के लिए जिला को कुल 109525 आवास का लक्ष्य मिला था। जिसके विरुद्ध 103719 को स्वीकृति दी गई है। अभी भी 5806 की स्वीकृति लंबित है। इस पर उप विकास आयुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को जरूरी निर्देश दिए।
समीक्षा के क्रम में पाया कि इस योजना अंतर्गत 50996 लाभुकों को प्रथम किस्त की राशि दे दी गई है। वहीं द्वितीय किस्त की राशि 33790 लाभुकों को प्रदान की गई है। डीडीसी ने इस पर कहा कि वैसे सभी लाभुक जिन्होंने प्लिंथ लेवल तक का कार्य पूर्ण कर लिया है, उसका जिओ टैगिंग कर तुरंत ऑर्डर शीट जनरेट करें। ताकि उसके द्वितीय किस्त का भुगतान किया जा सके। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि प्रथम किस्त के विरुद्ध द्वितीय किस्त का भुगतान एक माह के अंदर करना सुनिश्चित किया जाए।
प्रधानमंत्री आवास योजना के 11749 लाभुकों को तृतीय किस्त का भुगतान कर दिया गया है। अभी तक जिला में 6255 नए आवास पूर्ण कराए गए हैं। इस संदर्भ में डीडीसी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रखंड में संबंधित कर्मियों के साथ नियमित बैठक करें एवं आवासों का सत्यापन सुनिश्चित कर जियो टैगिंग कराएं।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के सर्वे स्टेटस की समीक्षा मैं पाया कि जिला में कुल 571873 सर्वे का कार्य पूर्ण किया गया है, जिसमें सेल्फ सर्व 124478 है। इस सर्वे अंतर्गत अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के लिए 95652 एवं अन्य वर्ग के लिए 447395 सर्वे का कार्य किया गया है।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना- प्रत्येक पंचायत में खेल के मैदान की समीक्षा के दौरान पाया गया कि इस मामले में पूर्वी चंपारण जिला पूरे राज्य में द्वितीय स्थान बनाए हुए हैं। समीक्षा में पाया गया कि कुल 333 पंचायत में खेल के मैदान का लक्ष्य रखा गया था। जिसके विरुद्ध 252 पंचायत में पूर्ण कर लिया गया है। तेतरिया, पिपरा कोठी, अरेराज, पहाड़पुर प्रखंड में यह सत् प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है जबकि फेनहरा, चकिया, हरसिद्धि पताही और तुरकौलिया इस मामले में जिला के औसत से पीछे चल रहे हैं। यहां के प्रोग्राम पदाधिकारी मनरेगा को सख्त निर्देश दिया गया कि खेल के मैदान का निर्माण शत प्रतिशत शीघ्र पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। निदेशक डॉ कुंदन कुमार के द्वारा बताया गया कि खेल के मैदान में मुख्य रूप से बास्केटबॉल, बैडमिंटन, रनिंग ट्रैक एवं वॉलीबॉल के लिए फील्ड तैयार किया जा रहा है। इस मामले में जिला की उपलब्धि वर्तमान में 75% प्राप्त हो गई है।
जल जीवन हरियाली की समीक्षा में पाया कि पंचायती राज विभाग द्वारा सर्वजनिकों के जीर्णोद्धार से संबंधित लगभग 65 योजना अभी भी लंबित है। ये लंबित योजनाएं मुख्य रूप से चिरैया, हरसिद्धि और तुरकौलिया में है। इसको शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। वहीं कुआं के पास सोखता निर्माण के 83 योजना अभिलंबित पाई गई और यह योजनाएं भी पंचायती राज विभाग के माध्यम से ही होना है।इस पर उप विकास आयुक्त के द्वारा जरूरी निर्देश दिए गए।
मनरेगा के तहत वृक्षारोपण की समीक्षा में पाया गया कि 1 सितंबर 2024 से अभी तक 18950 स्कीम ली गई है जिसमें से 12193 को पूर्ण कर लिया गया है। इसके इंस्पेक्शन से संबंधित प्रतिवेदन के लिए सभी कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि सभी योजनाओं का निरीक्षण कर इसका इंस्पेक्शन डाटा अपडेट करें। आज की बैठक में स्वच्छता अभियान की भी समीक्षा की गई।
बैठक में विकास आयुक्त के साथ निदेशक डीआरडीए डॉक्टर कुंदन कुमार, जयराम चौरसिया, डीपीओ मनरेगा, जिला समन्वयक स्वच्छता अभियान, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंडों के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी उपस्थित थे।