राम नरेश
पटना। पूर्व मध्य रेल द्वारा पहली बार एक साथ चार मालगाड़ियों के रेक को जोड़कर पौने तीन किलोमीटर लंबा लांग हॉल मालगाड़ी ‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ चलाया है।
इस बात की जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र ने दी। उन्होंने बताया कि परिचालनिक दक्षता में वृद्धि को लेकर पूर्व मध्य रेल निरंतर क्रियाशील है। इसी क्रम में दिनांक 30 जुलाई को पहली बार एक साथ चार बॉक्सन रेक का संयोजन कर तैयार किए गए ‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ लांग हॉल मालगाड़ी का परिचालन किया गया। लगभग पौने तीन किलोमीटर लंबे ‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ को पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के गंजख्वाजा से धनबाद मंडल के लिए रवाना किया गया।
चार मालगाड़ियों को जोड़कर बनाए गए ‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ की लंबाई लगभग पौने तीन किलोमीटर रही। संयोजन के पश्चात चार मालगाड़ीयुक्त ‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ को गंजख्वाजा से धनबाद मंडल के टोरी के लिए रवाना किया गया। लगभग 37.5 किलोमीटर प्रति घंटा की औसत गति के साथ बीडी सेक्शन होते हुए लगभग 335 किलोमीटर की यात्रा के बाद ‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ गढ़वा रोड के रास्ते धनबाद मंडल के अंतर्गत टोरी पहुंची। परिचालन की दृष्टि से पूर्व मध्य रेल का पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल भारतीय रेल के व्यस्ततम रेल मंडलों में से एक है। रेल परिचालन को गतिमान रखने के साथ धनबाद मंडल से कोयला आदि के त्वरित परिवहन के लिए परीक्षण कर लदान हेतु तैयार खाली मालगाड़ियां नियमित उपलब्ध कराने में पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। एक साथ चार मालगाड़ियों को जोड़कर बने ‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ का सफल परिचालन पूर्व मध्य रेल की परिचालनिक दक्षता का द्योतक है, जिससे माल लदान एवं परिवहन में और तेजी लाने में मदद मिलेगी।
‘‘ब्रह्मास्त्र‘‘ के सफल परिचालन के एक दिन पहले 29 जुलाई को पहली बार एक साथ तीन मालगाड़ियों का संयोजन कर ‘‘त्रिशुल‘‘ का भी परिचालन किया गया, जिसे गंजख्वाजा से धनबाद मंडल के लिए रवाना किया गया था।