दिग्गज कंप्यूटर निर्माता डेल ने लगभग 6000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है. यह खुलासा डेल द्वारा की गई एक्सचेंज फाइलिंग से हुआ है. कंप्यूटर एवं लैपटॉप निर्माता कंपनी में कुल 1.26 लाख कर्मचारी काम करते थे. मगर, कंपनी की एक्सचेंज फाइलिंग से जानकारी मिली है कि अब डेल में 1.20 लाख कर्मचारी ही हैं।
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, डेल ने अपनी फाइलिंग में जानकारी दी है कि लगभग 2 साल से लोगों में कंप्यूटर के प्रति रुचि कम हुई है. उनकी सेल में लगातार गिरावट आ रही है. इसलिए उन्हें नौकरियों में कटौती करनी पड़ी है. डिमांड में कमी की वजह से कंपनी का रेवेन्यू 11 फीसदी कम हो चुका है. पिछले महीने घोषित किए गए तिमाही नतीजों से इसकी पुष्टि हुई थी. रेवेन्यू में कमी के चलते डेल के सामने वित्तीय संकट आ रहा था. इसलिए उन्हें छंटनी का कठिन फैसला लेना पड़ा।
हालांकि, कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में अनुमान लगाया है कि पर्सनल कंप्यूटर समेत उसका क्लाइंट सॉलूशन बिजनेस इस साल ऊपर जा सकता है. गिरती डिमांड उन्हें परेशान कर रही है. फिर भी वह बिक्री बढ़ने को लेकर आशावादी बने हुए हैं. डेल ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 में कंप्यूटर की कीमतों को सही रखकर वह आगे बढ़ेंगे. इससे उन्हें रेवेन्यू बढ़ाने में मदद मिलेगी।
हाल ही में डेल ने अपने कर्मचारियों से कहा था कि वो वर्क फ्रॉम होम जारी रख सकते हैं. मगर, उन्हें प्रमोशन नहीं दिया जाएगा. कंपनी ने कर्मचारियों से कहा है कि वो कम से कम तीन दिन ऑफिस से काम करें. डेल में कोविड आने से पहले से ही हाइब्रिड वर्क पॉलिसी लागू थी. इस वजह से कर्मचारियों में इस फैसले को लेकर रोष है।