पूसा: पूसा प्रखंड के बथुआ और वैनी गांव में बुधवार को भाकपा माले द्वारा आयोजित एक बैठक में मनरेगा मजदूरों ने कार्यक्रम पदाधिकारी (पीओ) पर भ्रष्टाचार और मनमानी का आरोप लगाया। बैठक की अध्यक्षता अमृता देवी ने की, जबकि भाकपा माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने बैठक का पर्यवेक्षण किया। मजदूरों ने आरोप लगाया कि मनरेगा पीओ 10 प्रतिशत कमीशन लेकर योजनाओं की एंट्री कर रहे हैं, जिसके कारण असली जॉब कार्ड धारी मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है।
प्रखंड सचिव अमित कुमार ने इस दौरान कहा कि मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी की कार्यशैली भ्रष्टाचार से भरी हुई है। उन्होंने बताया कि असली मजदूरों के नाम पर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं पहुँचता, जबकि फर्जी जॉब कार्ड धारियों के नाम पर भुगतान किया जा रहा है। इस स्थिति के कारण इस बार असली मजदूरों की दीपावली और छठ पर्व फीका रहेगा, जबकि फर्जी मजदूरों की मौज होगी।
अमित कुमार ने बताया कि भ्रष्टाचार का विरोध भाकपा माले पूरी ताकत से करेगी और मांग की कि जिला प्रशासन मनरेगा पीओ की संपत्तियों की जांच कराए, साथ ही मनरेगा योजनाओं की उच्च स्तरीय कमिटी द्वारा जांच करवाई जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक आंदोलन किया जाएगा।
इस बैठक में कई ग्रामीणों ने हिस्सा लिया, जिनमें सुंदरी देवी, शकुंतला देवी, रेखा देवी, बबीता देवी, अनीता देवी, विमला देवी, सुलेखा देवी, चंदन देवी, सीता देवी, फूलों देवी, महेंद्र शाह, जोगिंदर सैनी, विमल राम, और सुखदेव राम प्रमुख रूप से शामिल थे।