नई दिल्ली | उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा चुनाव में चुनावी तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी ने दिसंबर तक उम्मीदवारों का ऐलान करने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का गठन कर दिया है। स्क्रीनिंग कमेटी में उत्तराखंड की जिम्मेदारी अविनाश पांडे को दी गई है। जोकि इससे पहले राजस्थान के प्रभारी रह चुके हैं। तो वहीं मणिपुर का जिम्मा पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश को सौंपा है। वहीं गोवा के लिए रजनी पाटिल को स्क्रीनिंग पैनल का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, ये सभी नेता चुनावी राज्यों में स्क्रीनिंग कमेटी को हेड करेंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस की ये स्क्रीनिंग कमेटी चुनावी रणनीति से लेकर उम्मीदवारों की लिस्ट तक, चुनावी राज्यों में संगठन के हर अहम मसले में अपना दखल रखेगी। राज्य के ताजा हालात पर अहम निर्णय लेगी और सक्रिय भूमिका निभायेगी। फिलहाल जिन चुनावी राज्यों की स्क्रीनिंग के ऐलान किये गए हैं। इनमें अविनाश पांडे, जयराम रामेश और रजनी पाटिल पर बड़ी जिम्मेदारी है। इन सभी को अपने-अपने राज्य में संगठन को मजबूत करना है, बेहतर तालमेल बैठाने के लिए काम करना है और पार्टी को फिर सत्ता में लाने की कोशिश करनी है। जिसके लिए एक बेहतर उम्मीदवार का चयन करना है। ये चयन प्रक्रिया कई स्तर की होगी। उत्तराखंड की बात करें तो कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी में अविनाश पांडे के साथ अजय कुमार, विरेंद्र सिंह राठोर, प्रभारी देवेंद्र यादव, गणेश गोडियाल, प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को रखा गया है। वहीं मणिपुर की कमेटी में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश के साथ प्रद्युत, रकिबुल हुसैन, भक्त चरण दास और लोकेस सिंह को शामिल किया गया है। गोवा चुनाव के लिए रजनी के साथ हिबी ईडन, ध्रुव नारायण, दिनेश गुंडू राव, गिरीश चंदोंकर को स्क्रीनिंग टीम में रखा गया है।
आने वाले साल 2022 में इन तीनों राज्यों में चुनाव होने हैं, कांग्रेस पूरी तरह से इन राज्यों में चुनावी मोड में आ चुकी है। शीर्ष नेतृत्व ने स्क्रीनिंग टीम का ऐलान कर दिया है। उत्तराखंड और मणिपुर दो ऐसे राज्य हैं जहां कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी थी।
उत्तराखंड प्रभारी देवेन्द्र यादव की मानें तो उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया पिछले साल ही शुरू कर दी गई थी। उत्तराखंड चुनाव के लिए, उम्मीदवारों के चयन में एक खास प्रक्रिया को अपनाया गया है। सबसे पहले तो उम्मीदवार जिताऊ होना चाहिए जो लम्बे समय से पार्टी के लिए मेहनत में जुटा हो। सभी राज्यों में उम्मीदवारों के चयन में महिलाओं व युवाओं को भी प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अगले माह दिसम्बर तक स्क्रीनिंग कमेटी बहुत से नाम फाइल कर देगी। जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष उस पर अंतिम मुहर लगाएंगी।
उम्मीद लगाई जा रही है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी वहां भी अपनी स्क्रीनिंग टीम का ऐलान जल्द ही कर सकती है।