कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोमवार को 2016 में हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया। उन्होंने जम्मू में कहा कि सरकार ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत नहीं दिया है। केंद्र सरकार सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में बात करती है कि हमने इतने लोग मार गिराए हैं, लेकिन सबूत कुछ नहीं है।
दिग्विजय ने सर्जिकल स्ट्राइक के अलावा 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर भी प्रधानमंत्री को घेरा। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि पुलवामा हमले के वक्त CRPF अफसरों ने कहा था कि जवानों को एयरक्राफ्ट से मूवमेंट कराया जाए, पर प्रधानमंत्री नहीं माने। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीएम कहते थे आतंकवाद समाप्त हो जाएगा। हिंदुओं का बोलबाला हो जाएगा लेकिन जब से धारा 370 हटी है, आतंकवाद बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हुकूमत यहां का फैसला नहीं कराना चाहती, यहां की समस्या का निदान नहीं करना चाहती। यह समस्या कायम रखना चाहती है ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बनती रहें और लोगों में हिंदू-मुसलमान में नफरत फैलाते रहें।
दिग्विजय सिंह के आरोपों का जवाब भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दिया। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी के चरित्र में गैरजिम्मेदाराना बयान देना है। हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ बोलने वाले किसी को भी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। पीएम मोदी से नफरत के कारण राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह में अब देशभक्ति नहीं बची है। जब भी हमारी वीर सेना अपना पराक्रम दिखाती है तो सबसे अधिक दर्द उस देश को होता है जिसको सबक सिखाया जाता है, जो विश्व में अपनी आतंकी गतिविधियों को लेकर जाना जाता है। लेकिन यह दुखद है कि दर्द भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को होता है।