उत्तर पूर्वी राज्यों के चुनावी परिणाम कांग्रेस के लिए काफी निराशाजनक दिखाई दे रहे हैं। इन चुनावी नतीजों के बीच कांग्रेस के लिए एक मात्र राहत की बात तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के उप चुनाव के नतीजे हैं। त्रिपुरा और मेघालय विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन पार्टी की उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा है। हालांकि पार्टी त्रिपुरा, मेघालय में कुछ सीटों पर जीत हासिल करते हुए विधानसभा में कुछ हिस्सा दर्ज करा सकती है। लेकिन नागालैंड में ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है।
मेघालय में कांग्रेस 2018 के चुनाव में 21 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी। नवंबर 2021 में कांग्रेस को उस वक्त झटका लगा जब पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा समेत 12 विधायक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में चले गये। इसके बाद कई अन्य नेताओं का कांग्रेस छोड़कर जाना लगा रहा। मौजूदा चुनाव में कांग्रेस के हिस्से में आ रहे परिणाम के यही बड़े कारण कहे जा सकते हैं। मेघालय में कांग्रेस बड़ी संख्या में नये चेहरों के साथ चुनाव में उतरी थी। इसके 60 उम्मीदवारों में से 47 की उम्र 45 साल से कम थी। हालांकि कांग्रेस के इस मूव का खास असर नहीं दिख पाया है।
त्रिपुरा ज् गत विधानसभा चुनाव में त्रिपुरा में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। अभी तक के चुनावी परिणाम के मुताबिक इस बार वह तीन सीटों पर आगे हैं। पार्टी ने जिन 13 सीटों पर चुनाव लड़ा उनमें से पांच से आठ सीटें जीतने की उम्मीद की थी और उम्मीद की थी कि वामपंथी भारी उठापटक करेंगे। माकपा ने कांग्रेस नेतृत्व में कहा था कि वाम दल 25 से 29 सीटें जीतेंगे। लेकिन लेफ्ट जिसके पास पिछली बार 16 सीटें थीं अब तक केवल ११ सीटों पर आगे चल रहा है। अगरतला सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता सुदीप रॉट बर्मन बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा भी कैलाशहर में भारी अंतर से आगे चल रहे हैं। बनमालीपुर में गोपाल चंद्र राय राज्य भाजपा प्रमुख राजीव भट्टाचार्य से 1,293 मतों से आगे चल रहे हैं। पाबियाचारा में भी पार्टी की मामूली बढ़त मिली थी लेकिन कांग्रेस के सत्यबन दास अब 408 मतों से पीछे हैं।
उप चुनाव
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है। मुर्शिदाबाद जिले की सागरदिघी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। टीएसी 2011 से सीट जीत रही थी। तमिलनाडु के इरोड (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र के रुझान में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस उम्मीदवार ईवी के एम. एलनगोवनमतों से आगे हैं।