कुपोषण दुःखों का कारण और मिल्क ड्रिंक निवारण
राजगीर। कुपोषण नाना प्रकार के दुःखों का कारण है। मिल्क ड्रिंक कुपोषण का निवारण है। स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से दूध का सेवन करना चाहिए। राजगीर के कबीर आश्रम में बच्चों के बीच आयोजित मिल्क ड्रिंकिंग कार्यक्रम में समाज सुधारक सिकन्दर कुमार हरिओम ने यह कहा। उनके द्वारा मिल्क ड्रिलिंग अभियान चलाया गया, जिसमें सैंकड़ों बच्चे शामिल हुए। सेहतमंद रहने की नसीहत देते हुए उन्होंने बच्चों को नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। उनके द्वारा मिल्क ड्रिडिंग के अनगिनत फायदे बताये गये। उन्होंने कहा कि दूध में सभी तरह के पोषाक तत्व पाये जाते है, जो शरीर के विकास के लिए आवश्यक है। दूध में कैल्शियम, प्रोट्रीन, विटामिन, पोटेशियम, फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व भरपुर मात्र में पाए जाते हैं। इसीलिए दूध को संपूर्ण आहार माना जाता है। इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने, हड्डी एवं दांत को स्वस्थ रखने, बालों को स्वस्थ रखने में यह बहुत उपयोगी है। चाय, कोल्ड ड्रिंक या शराब से दूरी बनाने और मिल्क ड्रिंकिंग करने पर उन्होंने जोर दिया। इस अवसर पर मुहंत विजय साहेब, मुनय साहेब, रविन्द्र साहेब, बालेश्वर साहेब, गंगा साहेब, नारायण साहेब एवं अन्य उपस्थित थे।