सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में डकैत गुर्जर विधायक मलिंगा को गाली देते और धमकाते हुए नजर आ रहा है। गुर्जर ने वीडियो में आरोप लगाया कि मलिंगा ने उससे एक व्यक्ति जसवंत विधायक को मारने के लिए कहा था,जो उसने नहीं किया।
द न्यूज 15
जयपुर। तो क्या चंबल का आतंक अभी खत्म नहीं हुआ है। चंबल के आखिरी खूंखार डकैतों में से एक और हत्या सहित सौ से अधिक मामले में आरोपी जगन गुर्जर ने राजस्थान के धौलपुर जिले के एक कांग्रेस विधायक को धमकी दी है। वीडियो जारी कर जगन गुर्जर ने विधायक को बिना किसी सिक्योरिटी के उसके सामने आने की धमकी दी है। डकैत जगन गुर्जर की इस धमकी के बाद राजस्थान सहित तीन राज्यों में उसकी तलाशी के लिए अभियान चल रहा है।
हालांकि धौलपुर के बारी से विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने भी जगन गुर्जर को चुनौती देते हुए एक समय निर्धारित करने के लिए कहा है। मलिंगा ने कहा है कि अगर वह मर्द का बच्चा है तो उसके घर आए। धमकी देने वाले डकैत जगन गुर्जर का दावा है कि एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को मारने के सौदे में खटास आने के बाद मलिंगा उसके खिलाफ हो गए। डकैत ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक राजपूत समाज से आने के नाते गुर्जर समुदाय के खिलाफ काम कर रहे हैं।
इस मामले को लेकर धौलपुर के बसई डांग पुलिस स्टेशन के एसएचओ आशुतोष चरण ने कहा कि यह सब 24 जनवरी के आसपास शुरू हुआ जब गुर्जर ने विधायक मलिंगा को चुनौती देते हुए वीडियो जारी किया। जिसे सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया गया। आशुतोष चरण ने यह भी कहा कि इससे पहले गुर्जर ने धौलपुर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास को उड़ाने की धमकी दी थी। जिसके बाद 2009 में कांग्रेस नेता सचिन पायलट की एक रैली के बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया था। सचिन पायलट भी गुर्जर समुदाय से आते हैं।
विधायक को धमकी देने के बाद राजस्थान पुलिस की 8-10 टीमें जगन गुर्जर की तलाश कर रही है। बेल पर बाहर जगन गुर्जर की तलाश में राजस्थान पुलिस चम्बल नदी के साथ लगने वाले जिलों को छान रही है। पुलिस मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भी जगन गुर्जर की तलाश कर रही है। साथ ही पुलिस ने उसकी सूचना देने वाले के लिए 50 हजार का इनाम भी रखा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में गुर्जर विधायक मलिंगा को गाली देते और धमकाते हुए नजर आ रहा है। गुर्जर ने वीडियो में आरोप लगाया कि मलिंगा ने उनसे एक व्यक्ति जसवंत विधायक को मारने के लिए कहा था,जो उसने नहीं किया। हालांकि विधायक ने डकैत के आरोपों का खंडन किया है। एक और वीडियो में गुर्जर ने मलिंगा को दो घंटे के लिए अपनी सुरक्षा हटाने और उसका सामना करने की चुनौती दी।
वहीं बारी के पूर्व भाजपा विधायक जसवंत गुर्जर ने कहा कि वीडियो में डकैत उसी के बारे में बात कह रहा है। उन्होंने धौलपुर में संवाददाताओं से कहा कि वीडियो में जगन को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर उसने मुझे मार डाला तो उसे सुरक्षा दी जाएगी और उसके खिलाफ दर्ज मामले हटा दिए जाएंगे। पूर्व विधायक ने गुर्जर और मलिंगा के बीच हो रहे टकराव को दो बाहुबलियों की लड़ाई बताया। उन्होंने मौजूदा विधायक पर डकैतों से दोस्ती करने का भी आरोप लगाया। सोशल मीडिया पर अपने जवाबी वीडियो में विधायक मलिंगा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैंने कोई पुलिस सुरक्षा नहीं ली है, मैं बस उसका इंतज़ार कर रहा हूँ। अगर वह मर्द का बच्चा है तो उसे मेरे घर आना चाहिए और मेरा सामना करना चाहिए। मलिंगा ने इस मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि वीडियो में गुर्जर द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे और निराधार हैं। मेरा डकैत से कोई लेना-देना नहीं है। पूर्व विधायक जसवंत गुर्जर के आरोप भी झूठे हैं और वह खुद भी गलत कामों में शामिल हैं। यह सब राजनीतिक ड्रामा है। मैंने हाल ही में मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने अधिकारियों से बात कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मैंने कोई पुलिस सुरक्षा नहीं ली है। मैं अब भी अपनी चुनौती पर कायम हूं।
हालांकि धौलपुर के बारी से विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने भी जगन गुर्जर को चुनौती देते हुए एक समय निर्धारित करने के लिए कहा है। मलिंगा ने कहा है कि अगर वह मर्द का बच्चा है तो उसके घर आए। धमकी देने वाले डकैत जगन गुर्जर का दावा है कि एक राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को मारने के सौदे में खटास आने के बाद मलिंगा उसके खिलाफ हो गए। डकैत ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक राजपूत समाज से आने के नाते गुर्जर समुदाय के खिलाफ काम कर रहे हैं।
इस मामले को लेकर धौलपुर के बसई डांग पुलिस स्टेशन के एसएचओ आशुतोष चरण ने कहा कि यह सब 24 जनवरी के आसपास शुरू हुआ जब गुर्जर ने विधायक मलिंगा को चुनौती देते हुए वीडियो जारी किया। जिसे सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया गया। आशुतोष चरण ने यह भी कहा कि इससे पहले गुर्जर ने धौलपुर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास को उड़ाने की धमकी दी थी। जिसके बाद 2009 में कांग्रेस नेता सचिन पायलट की एक रैली के बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया था। सचिन पायलट भी गुर्जर समुदाय से आते हैं।
विधायक को धमकी देने के बाद राजस्थान पुलिस की 8-10 टीमें जगन गुर्जर की तलाश कर रही है। बेल पर बाहर जगन गुर्जर की तलाश में राजस्थान पुलिस चम्बल नदी के साथ लगने वाले जिलों को छान रही है। पुलिस मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में भी जगन गुर्जर की तलाश कर रही है। साथ ही पुलिस ने उसकी सूचना देने वाले के लिए 50 हजार का इनाम भी रखा है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में गुर्जर विधायक मलिंगा को गाली देते और धमकाते हुए नजर आ रहा है। गुर्जर ने वीडियो में आरोप लगाया कि मलिंगा ने उनसे एक व्यक्ति जसवंत विधायक को मारने के लिए कहा था,जो उसने नहीं किया। हालांकि विधायक ने डकैत के आरोपों का खंडन किया है। एक और वीडियो में गुर्जर ने मलिंगा को दो घंटे के लिए अपनी सुरक्षा हटाने और उसका सामना करने की चुनौती दी।
वहीं बारी के पूर्व भाजपा विधायक जसवंत गुर्जर ने कहा कि वीडियो में डकैत उसी के बारे में बात कह रहा है। उन्होंने धौलपुर में संवाददाताओं से कहा कि वीडियो में जगन को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर उसने मुझे मार डाला तो उसे सुरक्षा दी जाएगी और उसके खिलाफ दर्ज मामले हटा दिए जाएंगे। पूर्व विधायक ने गुर्जर और मलिंगा के बीच हो रहे टकराव को दो बाहुबलियों की लड़ाई बताया। उन्होंने मौजूदा विधायक पर डकैतों से दोस्ती करने का भी आरोप लगाया। सोशल मीडिया पर अपने जवाबी वीडियो में विधायक मलिंगा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैंने कोई पुलिस सुरक्षा नहीं ली है, मैं बस उसका इंतज़ार कर रहा हूँ। अगर वह मर्द का बच्चा है तो उसे मेरे घर आना चाहिए और मेरा सामना करना चाहिए। मलिंगा ने इस मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि वीडियो में गुर्जर द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे और निराधार हैं। मेरा डकैत से कोई लेना-देना नहीं है। पूर्व विधायक जसवंत गुर्जर के आरोप भी झूठे हैं और वह खुद भी गलत कामों में शामिल हैं। यह सब राजनीतिक ड्रामा है। मैंने हाल ही में मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने अधिकारियों से बात कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मैंने कोई पुलिस सुरक्षा नहीं ली है। मैं अब भी अपनी चुनौती पर कायम हूं।