Site icon

पीएम मोदी के मास्टर स्ट्रोक के बाद जातिवादी पार्टियों में बौखलाहट : मंगल पांडेय

राजद-कांग्रेस में जाति जनगणना की घोषणा का श्रेय लेने की होड़
जाति के नाम पर राजनीतिक दुकान चलाने वालों का शटर होगा बंद

पटना। स्वास्थ्य व विधि मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि राजद-कांग्रेस में जाति गणना की घोषणा का श्रेय लेने की होड़ लगी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि ‘जाति जनगणना’ हमारा विज़न है, वहीं राजद के तेजस्वी यादव का कहना है कि उनके पिता लालू यादव पिछले 30 सालों से जाति गणना की मांग करते रहे हैं। दरअसल इन दोनों का दावा हास्यास्पद है। आदरणीय पीएम नरेंद्र मोदी के मास्टर स्ट्रोक के बाद जातिवादी पार्टियों में बौखलाहट आम बात है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि राहुल गांधी को बताना चाहिए कि आजादी के बाद के छह दशकों से ज्यादा समय तक देश में किसका शासन था? 1951 और बाद के वर्षों में नेहरू जी, इंदिरा जी व राजीव गांधी जी को जाति गणना कराने से किसने रोका? 2004 से 2014 तक किसकी सरकार थी? 2011 में हुई गणना की रिपोर्ट कांग्रेस की सरकार ने क्यों नहीं सार्वजनिक की? 2015 में कांग्रेस की कर्नाटक सरकार द्वारा कराई गई जातीय गणना की रिपोर्ट क्यों नहीं प्रकाशित की गई? यूपीए-1 और-2 की सरकार में लालू यादव किंग मेकर की भूमिका में थे। इसके पहले 90 के दशक में भी लालू यादव की दमदार राजनीतिक हैसियत थी, बावजूद उन्होंने जाति गणना कराने की कौन सी पहल की?
श्री पाण्डेय ने कहा कि पिछले साल बिहार में हुए जातीय सर्वे को जहां तेजस्वी यादव अपनी उपलब्धियों में गिनाते नहीं थक रहे थे, वहीं, कुछ माह पहले बिहार आकर राहुल गांधी ने उसका उपहास उड़ा कर बिहारियों का अपमान किया था। दरअसल राजद-कांग्रेस की मंशा जाति गणना के जरिए समरस समाज का निर्माण, वंचित तबकों व पिछड़ी जातियों को विकास की मुख्यधारा में शामिल करना नहीं,बल्कि उनका केवल राजनीतिक इस्तेमाल करना है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मास्टरस्ट्रोक से देश की सारी जातिवादी पार्टियां मुद्दाविहीन हो

Exit mobile version