कांग्रेस पार्टी इंडिया गठबंधन को लेकर लगातार उत्तर भारत में कवायद कर रही है लेकिन दक्षिण भारत में वह गठबंधन के साथियों को ज्यादा महत्व नहीं दे रही है। इसी के चलते सीपीआई के साथ केरल में भी उसका गठबंधन नहीं हुआ है और आज सीपीआई ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। इसमें वायनाड से प्रत्याशी एनी राजा को उतारा गया है। बता दें कि इस सीट पर राहुल गांधी सांसद हैं और उन्होंने पिछले चुनाव में यहां से बड़ी जीत दर्ज की थी। एनी पार्टी की महिला शाखा की महासचिव और पार्टी के महासचिव डी राजा की पत्नी हैं। यहां लड़ाई इसलिए दिलचस्प है कि एनडीए बनाम ‘इंडिया’ नहीं, बल्कि ‘इंडिया’ बनाम ‘इंडिया’ की ही है। दरअसल सीपीआई ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है लेकिन वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ ही प्रत्याशी खड़ा किया है। इससे यहां कांग्रेस-वाम संबंध खट्टे हो गए हैं। वामपंथी नेताओं का कहना है कि उन्हें (कांग्रेस) सीधे बीजेपी से भिड़ना चाहिए था, न कि गठबंधन के साथी से।
राहुल गांधी बनाम एनी राजा की लड़ाई का राष्ट्रीय स्तर पर पहले ही असर पड़ चुका है। वामपंथी दल 17 मार्च को मुंबई में आयोजित राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन की सामूहिक रैली से दूर रहे, जबकि जनवरी 2023 में भारत जोड़ो यात्रा के समापन के समय सीन कुछ और था। उस समय 74 वर्षीय डी राजा को जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी के बीच राहुल गांधी के बगल में खड़े देखा गया था।
पिनराई विजयन ने साधा निशाना
16 मार्च को एनी के चुनावी सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए, केरल के सीएम पिनराई विजयन ने राहुल के खिलाफ अपनी आलोचना में तीखे तेवर अपनाए। विजयन ने कहा, ‘एलडीएफ का उम्मीदवार एक राष्ट्रीय स्तर का नेता है। हमने दिल्ली में विरोध प्रदर्शनों में उनकी भागीदारी देखी थी और उनकी आवाज सुनी थी। उनके और अन्य वामपंथी नेताओं के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे। क्या हमने तब कहीं राहुल गांधी को देखा था? क्या उन्होंने भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान सीएए के बारे में बात की? यह चुप्पी क्यों?’ विजयन ने कहा कि लोगों को ऐसी उम्मीद नहीं थी। संसद में हमारे ऐसे ही कई अनुभव हुए। केरल के लोगों को उम्मीद थी कि केरल की आवाज संसद में ऊंची सुनाई देगी लेकिन यह बहुत कमजोर थी क्योंकि एलडीएफ के पास पर्याप्त संख्या नहीं थी।’ उन्होंने ने कहा कि पिछली बार कांग्रेस को वोट देने वाले लोग अब ‘पछता रहे हैं’।
CPM का हमला
सीपीआई के केरल सचिव बिनॉय विश्वम ने राहुल को वायनाड से मैदान में उतारने में कांग्रेस की राजनीतिक समझ पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो लोग उन्हें वहां भेजते हैं उनमें ‘अपनी नाक से आगे’ देखने की क्षमता नहीं है। विश्वम ने कांग्रेस से पूछा कि 2024 में उसका फोकस क्या था? हिंदी हृदयभूमि, जो लोकसभा में सबसे अधिक सांसद भेजती है, या केरल, जो केवल 20 सांसदों का चुनाव करता है। उन्होंने कहा कि हम कांग्रेस से पूछना चाहेंगे कि उनका मुख्य दुश्मन कौन है आरएसएस, बीजेपी या वामपंथ?’
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