आशीष मिश्रा की जमानत रद्द करने की मांग को लेकर किसान संघर्ष समिति चलाएगी अभियान
भाजपा को सजा देने के अभियान को तेज करेंगे किसान संगठन
द न्यूज 15
नई दिल्ली। किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष, पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने लखीमपुर खीरी में किसान हत्याकांड के मुख्य षडयंत्रकर्ता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र किसानों के हत्यारे आशीष मिश्रा को हाई कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने को किसानों के गहरे घावों पर मिर्ची डालने वाली कार्यवाही बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी आशीष मिश्रा का इस्तेमाल मतदाताओं को अगले चरण में आतंकित करने के लिए करना चाहती है।
डॉ सुनीलम ने कहा कि आज जब प्रथम चरण का चुनाव पूरा हो रहा है तब जानबूझकर आशीष मिश्रा को जमानत दिलाई गई है क्योंकि जमानत दिलाने वाले जानते हैं थे कि प्रथम चरण के चुनाव प्रचार के दौरान यदि जमानत दे दी गई होती तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह बड़ा मुद्दा बन जाता तथा भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाता।
डॉ सुनीलम ने कहा है कि आम तौर पर चुनाव के पहले सभी पंजीकृत अपराधियों को देश भर में जेल भेज दिया जाता है ताकि चुनाव बिना अपराधियों के दबाव के निष्पक्षता पूर्वक संपन्न कराए जा सकें लेकिन पहले खुद मुख्यमंत्री ने कैराना और मुजफ्फरनगर की गर्मी को उतारकर शिमला बना देने की धमकी दी थी, अब सीधे सीधे किसानों को कुचलने वाले को जमानत दिलाकर मतदाताओं को आतंकित करने का प्रयास किया गया है।
भा ज पा भूल गयी है कि उनके हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के पंजाब के किसानों को धमकाने वाले बयान के चलते ही 2 दिन का आंदोलन 380 दिन चला।
डॉ सुनीलम ने कहा कि यूपी मिशन अभियान के दौरान उत्तर प्रदेश के 57 किसान संगठन पहले से ही गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे अब किसानों द्वारा आशीष मिश्रा की जमानत रद्द करने की मांग को लेकर दबाव डाला जाएगा। डॉ सुनीलम ने कहा कि हाई कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने से आम नागरिकों में यह धारणा तीव्र हो रही है कि भाजपा न्यायपालिका पर भी दबाव बनाकर न्यायपालिका को स्वतंत्र तरीके से कार्य करने से रोक रही है। डॉ सुनीलम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसान आशीष मिश्रा के धमकाने में आने वाले नहीं है तथा वे भाजपा को सजा देने के लिए अपने वोट का इस्तेमाल कराकर योगी सरकार हटाएंगे। यह जानकारी कार्यालय प्रभारी भागवत परिहार ने दी है।