दीपक कुमार तिवारी
पटना/सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिले में एक नदी बहती है। इसके एक किनारे भारत और दूसरे पर नेपाल की महिलाएं एक साथ छठ पूजा मनाती हैं। यह अनोखा दृश्य दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों और भाईचारे को दर्शाता है। सीतामढ़ी जिला का सोनबरसा प्रखंड भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है। इसी सोनबरसा प्रखंड से होकर नदी गुजरती है। इसके एक ओर बिहार तो दूसरी ओर नेपाल है।
नेपाल और भारतीय सीमा पर सोनबरसा प्रखंड है। इसी प्रखंड से होकर झीम नदी गुजरती है। यह नदी नेपाल से निकलती है और भारतीय क्षेत्र के सीतामढ़ी जिले के विभिन्न प्रखंडों से गुजरते हुए मुजफ्फरपुर की ओर जाती है। सोनबरसा प्रखंड में झीम नदी के एक किनारे पर बिहार की महिलाएं और दूसरी ओर नेपाल के सर्लाही जिले की महिलाएं छठ पूजा करती हैं।
नेपाल में छठ पर्व व्यापक रूप से नहीं मनाया जाता है, लेकिन बिहार से नेपाल गईं और नेपाल से विवाह करके बिहार आई भारतीय महिलाओं ने इस परंपरा को जीवित रखा है। इसके चलते अब नेपाल की कई स्थानीय महिलाएं भी छठ पूजा करने लगी हैं।
दोनों देशों का स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बल व्रतियों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखते हैं। त्योहार शांति और सद्भाव के साथ मनाया जाता है, जिसमें दोनों ओर से बड़ी संख्या में लोग भाग लेते हैं, जो भारत और नेपाल के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को मजबूत करता है।
सोनबरसा के सत्येंद्र कुमार यादव, संदीप कुमार और शंभूनाथ सिंह ने इस अनूठी सांस्कृतिक सद्भावना पर प्रकाश डाला है। उन्होंने कहा कि, ‘यहां का छठ पर्व अद्भुत है, जो उन्हें पहली बार झीम नदी के तट पर दोनों देशों के छठव्रतियों को देखने का मौका मिलेगा। यह त्योहार दोनों देशों के आपसी भाईचारा, प्रेम और स्नेह का प्रतीक भी है।’