पटना | बिहार पुलिस अब ‘चक्र’ के जरिए अपराधियों की तलाश करेगी। यह खबर पढ़ने या सुनने में आपको अजीब लगे, लेकिन यह हकीकत है। दरअसल, बिहार पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए अब तकनीक की मदद लेने की कवायद में जुटी है।
इसी के तहत पुलिस ने एक ऐप तैयार किया है जिसमें कुख्यात से लेकर लोकल अपराधियों की जन्म कुंडली रहेगी। कोई भी थाना पुलिस अपराधियों की जानकारी इस ऐप के माध्यम से प्राप्त कर सकेगी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी बताते हैं, ”चक्र’ एक मोबाइल ऐप है, जहां एक क्लिक पर अपराधियों की पूरी कुंडली मिल जाएगी। पुलिस मुख्यालय ने इस ऐप को डेवलप किया है और सभी जिलों को इस ऐप पर डाटा फीड करने का टास्क दिया गया है।”
पुलिस मुख्यालय की ओर से इससे जुड़ा निर्देश जारी किया गया है, जिसके बाद इस पर तेजी से काम जारी है। बताया जाात है कि यह ऐप सिर्फ पुलिस विभाग के लिए है।
अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र कुमार बताते हैं कि ” पुलिस विभाग ने एक ऐप तैयार किया है, जिसमें अपराधियों से संबंधित डाटा डालने का काम किया जा रहा है। इसमें अभी तक पांच लाख डेटा आ गए है। इससे सभी थानों को जोडा गया है। इस ऐप के जरिए थाना पुलिस के अलावे पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी भी किसी भी अपराधी की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। ”
उन्होंने कहा कि अपराधियों से संबंधित दस्तावेज या उससे संबंधित किसी प्रकार की जानकारी पुलिस को एक जगह मिल जाएगी। अभी तक अपराधियों की सही जानकारी एक जगह नहीं मिल पाती थी।
उन्होंने बताया कि इसे अभी औपचारिक रूप से लांच नहीं किया गया है, फिलहाल यह कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। अगर फिलहल में इसमें कोई दिक्कत आएगी तो इसमें और सुधार किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा, ”अपराधियों के विरूद्ध पुलिस का जो अभियान है, उस अभियान में तकनीक के माध्यम से पुलिस आगे बढ रही है। अपराधियों के डेटा बेस की जो कमी थी वह अब नहीं रहेगी।”
पुलिस का मानना है कि अपराधी पहले एक जिला में अपराध कर आसानी से दूसरे जिले में जाकर अपराध को अंजाम देते थे। ऐसे में संबंधित जिलों के पास उनका अपराधिक इतिहास नहीं होता थे, जिससे उनपर पुलिस को संदेह नहीं होता था। इस डेटा बेस के तैयार होने से राज्य के सभी अपराधियों की जन्मकुंडली एक ही ऐप पर उपलब्ध होगी, जिससे पुलिस को अपराधियों को जानकारी मिलने में आसानी होगी।
एक अधिकारी बताते हैं कि सभी जिलों की पुलिस टीम को चक्र ऐप पर डाटा फीड करना है। जो भी अपराधी गिरफ्तार होकर जेल भेजे जाएंगे, तस्वीर के साथ उनसे जुड़ी सारी जानकारियां ऐप पर अपलोड होगी। अपराधी कब जेल गया, किस जुर्म में गया, जमानत मिली तो कब और कितने दिनों की मिली, यह सारी जानकारियां अपलोड की जाएंगी।
इससे जब अपराधी जमानत पर जेल से बाहर आए, तब भी इसकी सूचना स्थानीय थाने को हो सकेगी, जिससे उनकी गतिविधियों पर आवश्यकतानुसार नजर रखी जा सके।